दक्षिण अफ्रीका ने भारतीयों के लिए शुरू की T.T.O.S. वीजा प्रक्रिया, यात्रा को बनाएगा आसान और सस्ता
punjabkesari.in Tuesday, Jan 28, 2025 - 10:08 AM (IST)
नेशनल डेस्क: दक्षिण अफ्रीका ने भारतीय और चीनी यात्रियों के लिए वीजा प्रक्रिया को आसान और तेज बनाने के उद्देश्य से एक नई योजना शुरू की है, जिसे "ट्रस्टेड टूर ऑपरेटर स्कीम" (T.T.O.S.) के नाम से जाना जाएगा। यह योजना भारतीय पर्यटकों को दक्षिण अफ्रीका की यात्रा के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करने का वादा करती है। इसके तहत, वीजा प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के साथ-साथ इसकी समय सीमा को भी कम किया जाएगा, जिससे भारतीयों के लिए दक्षिण अफ्रीका यात्रा आसान हो सकेगी।
भारतीय और चीनी यात्रियों के लिए वीजा प्रक्रिया में सुधार
हालांकि भारतीय पर्यटकों की दक्षिण अफ्रीका में आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में हिस्सेदारी महज 3.9% है, लेकिन यह आंकड़ा आने वाले समय में बढ़ सकता है। दक्षिण अफ्रीका के गृह विभाग ने जानकारी दी कि यदि पर्यटन क्षेत्र में 10% की वृद्धि होती है, तो इससे देश के आर्थिक विकास में 0.6% का इजाफा हो सकता है और हजारों नए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न हो सकते हैं। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने भारतीय और चीनी यात्रियों के लिए वीजा प्रक्रिया में सुधार करने के लिए T.T.O.S. का आरंभ किया है।
T.T.O.S. योजना में शामिल टूर ऑपरेटरों का चयन
इस योजना के तहत, जिन टूर ऑपरेटरों को वीजा प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा, उन्हें कड़ी स्क्रीनिंग प्रक्रिया से गुजरना होगा। इस महीने की शुरुआत में, दक्षिण अफ्रीका सरकार ने इस योजना में शामिल होने के लिए चुने गए पहले समूह के टूर ऑपरेटरों का ऐलान किया। स्क्रीनिंग प्रक्रिया में कुल 141 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से 65 टूर ऑपरेटरों को चुना गया। इन टूर ऑपरेटरों में थॉमस कुक इंडिया, मेकमायट्रिप इंडिया, केसरी टूर, शंघाई सीट्रिप, स्प्रिंगबोक एटलस टूर्स एंड सफारी और एस.ओ.टी.सी. ट्रैवल जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं।
स्क्रीनिंग प्रक्रिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग
T.T.O.S. योजना में आवेदन करने वाली कंपनियों को कड़ी स्क्रीनिंग प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इस प्रक्रिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (ए.आई.) का भी उपयोग किया गया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि केवल वे कंपनियां इस योजना का हिस्सा बनें, जिनके पास कम से कम 12 महीने का परिचालन अनुभव, कानूनी अनुपालन का रिकॉर्ड और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग का साक्ष्य हो। इस तकनीक के माध्यम से, आवेदन प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और तेज किया गया है।
क्या है T.T.O.S. का उद्देश्य
T.T.O.S. योजना का मुख्य उद्देश्य भारतीय और चीनी पर्यटकों के लिए दक्षिण अफ्रीका की यात्रा को सस्ता और अधिक सुलभ बनाना है। दक्षिण अफ्रीका सरकार का मानना है कि इस योजना के माध्यम से वे इन देशों से अधिक पर्यटकों को आकर्षित कर सकते हैं। 2023 में चीन से सिर्फ 93,000 पर्यटक दक्षिण अफ्रीका आए, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने चीन से 1.4 मिलियन से ज्यादा पर्यटकों का स्वागत किया। इस आंकड़े को ध्यान में रखते हुए, सरकार का उद्देश्य इन आंकड़ों को बढ़ाना है, ताकि पर्यटन क्षेत्र में वृद्धि हो सके और अर्थव्यवस्था को भी लाभ मिले।
कम खर्च पर यात्रा का अवसर
दक्षिण अफ्रीका के गृह मंत्री डॉ. लियोन श्रेइबर ने कहा कि T.T.O.S. योजना से भारतीय और चीनी यात्रियों को कम खर्च में दक्षिण अफ्रीका आने का अवसर मिलेगा। यह न केवल पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देगा, बल्कि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंधों को भी मजबूत करेगा। इस योजना के माध्यम से, टूर ऑपरेटरों को वीजा प्रक्रिया को सरल बनाने के साथ-साथ भारतीय पर्यटकों के लिए दक्षिण अफ्रीका की यात्रा को और अधिक आकर्षक बनाया जा सकेगा।
पर्यटन क्षेत्र से जुड़े कर्मचारियों के लिए फायदेमंद
दक्षिण अफ्रीका की सरकार का मानना है कि यदि पर्यटन क्षेत्र में 10% की वृद्धि होती है, तो इससे देश की अर्थव्यवस्था को 0.6% तक का फायदा हो सकता है। इसके साथ ही, यह योजना हजारों नई नौकरियों के अवसर भी उत्पन्न करेगी, जो विशेष रूप से यात्रा और पर्यटन क्षेत्र से जुड़े कर्मचारियों के लिए फायदेमंद होगी।