पूरी फिल्मी है लेडी डॉन सोनू पंजाबन की कहानी, यूं करती थी लड़कियों की जिंदगी बर्बाद..

punjabkesari.in Thursday, Jul 23, 2020 - 11:37 AM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली में जिस्मफरोशी का सबसे बड़ा रैकेट चलाने वाली सोनू पंजाबन को दिल्ली की एक अदालत ने 12 साल की बच्ची की तस्करी करने के जुर्म में 24 साल कारावास की सजा सुनाते हुए बुधवार को कहा कि ऐसे क्रूर और डरावना काम करने वालों को सभ्य समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश प्रीतम सिंह ने गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन को अनैतिक तस्करी (निषेध) कानून के तहत 14 साल और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में 10 साल की सजा सुनाई। इनमें नाबालिग बच्ची को वेश्यावृत्ति के लिए खरीदने, बेचने और आपराधिक षड्यंत्र रचने का अपराध शामिल है। अदालत ने कहा कि दोनों सजाएं अलग-अलग चलेंगी। अदालत ने कहा, दोषी गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन पहले अनैतिक तस्करी (निषेध) कानून के तहत 14 साल सश्रम कारावास की सजा काटेगी। उसके बाद वह भादंसं की धारा 366ए (नाबालिग बच्ची को खरीदना), 372 (नाबालिग बच्ची को वेश्यावृत्ति के लिए बेचना), 373 (नाबालिग बच्ची को वेश्यावृत्ति के लिए खरीदना), 328 (जहर देकर नुकसान पहुंचाना), 342 (बंधक बनाकर रखना) 120बी (आपराधिक षड्यंत्र) के लिए 10 साल सश्रम कारावास की सजा काटेगी। 

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कौन है सोनू पंजाबन
दल्ली के गीता कालोनी की रहने वाली सोनू पंजाबन का असली नाम गीता अरोड़ा है।  कुख्यात गैंगस्टर हेमंत उर्फ सोनू से जब इश्क हुआ तो अपना नाम सोनू पंजाबन रख लिया। उसके सेक्स रैकेट में मॉडल, कॉलेज की लड़कियां शामिल रही हैं। इसके रैकेट के दर्जनों दलाल और लड़कियां कई राज्यों में फैली थीं। सोनू पर हत्या से लेकर जिस्मफरोशी के दर्जनों केस दर्ज हैं। वह उत्तर भारत का सबसे बड़ा सैक्स रेकेट चलाती थी, वहीं दिल्ली में एक समय पर इसके करीब 20 से अधिक सेक्स अड्डे थे, जिनसे वह प्रतिदिन लाखों रुपए कमाती थी। जिस्मफरोशी के धंधे की ‘महारानी’ कही जाने वाली सोनू पंजाबन उर्फ गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन के खिलाफ देश के कई राज्यों में जिस्मफरोशी के आरोप में मामले दर्ज हैं। सोनू ने कई लड़कियों के साथ साथ 4 लड़कों की भी जिंदगी बर्बाद कर दी। दरसअल सोनू ने चार शादियां की और चारों पति एनकाउंटर में मारे गए।

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सोनू पर क्या है आरोप 
द्वारका की पोक्सो अदालत ने 12 साल की लड़की का अपहरण, जबरन देह व्यापार और मानव तस्करी के मामले में दोषी ठहराया है। मामले के मुताबिक, साल 2006 में नाबालिग लड़की छठी क्लास में पढ़ रही थी, तब उसकी दोस्ती संदीप नाम के शख्स से हुई थी। 2009 में संदीप उससे शादी करने के बहाने दिल्ली के एक इलाके में ले गया और उसके साथ बलात्कार किया। इसके बाद संदीप ने पीड़िता को अलग-अलग लोगों को 10 बार बेचा। इसके बाद पीड़िता को सोनू पंजाबन को सौंपा गया। सोनू ने पीड़िता को जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल दिया। इस दौरान पीड़िता को नशे के इंजेक्शन दिए गए, उसे दिल्ली के अलावा हरियाणा और पंजाब भी भेजा गया। सतपाल नाम के शख्स ने बच्ची से जबरन शादी कर ली, लेकिन पीड़िता उसके चंगुल से भागकर नजफगढ़ थाने पहुंची। क्राइम ब्रांच डीसीपी भीष्म सिंह की टीम ने सोनू पंजाबन और संदीप को गिरफ्तार किया था। अब अदालत ने दोनों को अपहरण, दुष्कर्म, पोक्सो और मानव तस्करी की संगीन धाराओं में दोषी करार दिया था।

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सोनू पंजाबन को डॉन की तरह रहना ही पसंद था
देह व्यापार में सोनू इतना बड़ा नाम हो गई थी कि उसके ऊपर फिल्में तक बनने लगीं। अपराध की दुनिया में आने के बाद उसने अपना नेटर्वक धीरे-धीरे बढ़ा लिया।  जिसके चलते वह कोरोड़ों की संपत्ति की मालिक बन गई। लेकिन इस दौरान उलने कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करके रख दी।  सोनू पंजाबन को डॉन की तरह रहना ही पसंद है, इसिलए तो वह जब कभी कोर्ट में पेश होने के लिए आती है तो वो अपना चेहरा नहीं ढ़कती है। बताया जाता है कि उसे टीवी, न्यूज चैनल और अखबारों में अपना चेहरा दिखाना काफी पसंद है।

 

 


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Edited By

Anil dev

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