एक भी पैसा निवेश किए बिना सोनिया, राहुल की नजर 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति पर : भाजपा
punjabkesari.in Friday, Apr 18, 2025 - 02:24 PM (IST)

नेशनल डेस्क : बीजेपी ने नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई के लिए ‘राजनीति' को कारण बताए जाने को लेकर कांग्रेस की शुक्रवार को आलोचना की और भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे कांग्रेस नेताओं को चुनौती दी कि वे मामलों के त्वरित एवं समयबद्ध निपटारे के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाएं। सत्तारूढ़ भाजपा ने गांधी परिवार के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आरोप पत्र दाखिल करने के बाद विपक्षी पार्टी को घेरा है। उसने कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों पर जनता के पैसे को ऐसे साप्ताहिक समाचार पत्र में विज्ञापन के रूप में खर्च करने का आरोप लगाया जिसे बहुत कम लोग पढ़ते हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने समाचार पत्र को अपने ‘एटीएम' के रूप में इस्तेमाल किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि गांधी परिवार ने अपनी जेब से एक भी पैसा निवेश किए बिना नेशनल हेराल्ड की 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति हासिल करने की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि सोनिया और राहुल के पास ‘यंग इंडियन' कंपनी की 76 प्रतिशत हिस्सेदारी है जिसे कांग्रेस ने 50 लाख रुपये का ऋण दिया था। उन्होंने कहा कि इसके बाद कंपनी ने विपक्षी पार्टी को देय 90 करोड़ रुपये के बदले ‘एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड' का अधिग्रहण कर लिया। ‘एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड' कंपनी कांग्रेस से संबद्ध समाचार पत्र की मालिक है। ठाकुर ने पूछा कि क्या कोई राजनीतिक पार्टी ऋण दे सकती है। भाजपा नेता ने प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के राजनीति से प्रेरित होने संबंधी आरोप के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेताओं को चुनौती दी कि वे अपने खिलाफ इन मामलों में त्वरित और समयबद्ध सुनवाई के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाएं। उन्होंने कहा, ‘‘अगर उनमें हिम्मत है तो उन्हें ऐसा करना चाहिए।'' ठाकुर ने कहा कि ‘‘भ्रष्टाचार के कांग्रेस मॉडल'' में चोर बहुत शोर मचाते हैं। उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले ने कांग्रेस के पूरे तंत्र को स्तब्ध कर दिया है।
ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के सत्ता में आने से पहले ही निचली अदालत ने मामले का संज्ञान ले लिया था और गांधी परिवार ने अपने खिलाफ कार्रवाई को रद्द कराने के लिए कई बार अदालतों का रुख किया। उन्होंने कहा कि अदालतों ने उन्हें जमानत के अलावा कोई राहत नहीं दी। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका ने प्रवर्तन निदेशालय की जांच में हस्तक्षेप नहीं किया। ठाकुर ने अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश का जिक्र करते हुए वहां सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी पर अपने 10 प्रमुख वादों में से किसी को भी पूरा नहीं करने और नेशनल हेराल्ड में विज्ञापन पर करोड़ों रुपये खर्च करने का आरोप लगाया। उन्होंने पूछा, ‘‘क्या हिमाचल में कोई कांग्रेस नेता या सदस्य इसे पढ़ता है?'' उन्होंने मांग की कि लोगों को विभिन्न कांग्रेस सरकारों द्वारा समाचार पत्र में विज्ञापनों पर खर्च किए गए धन का विवरण दिया जाना चाहिए। यह समाचार पत्र डिजिटल रूप से उपलब्ध है। कांग्रेस प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन कर रही है।