Mutual Funds: SIP निवेशकों के लिए खतरे की घंटी: 51 लाख SIP बंद
punjabkesari.in Tuesday, Apr 15, 2025 - 11:43 AM (IST)

नई दिल्ली: Mutual Funds में SIP (सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान) के ज़रिए निवेश करने वाले निवेशकों की भागीदारी में गिरावट देखने को मिल रही है। मार्च 2025 के आंकड़े बताते हैं कि लगातार तीसरे महीने नए एसआईपी की तुलना में ज्यादा SIP बंद हुए हैं।
AMFI (एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया) द्वारा जारी ताजा रिपोर्ट के अनुसार, मार्च में लगभग 51 लाख SIP बंद कर दिए गए, जबकि इसी दौरान सिर्फ 40 लाख नए SIP रजिस्टर हुए। इसका मतलब है कि स्टॉपेज रेशियो 127.5% तक पहुंच गया है - यानी जितने शुरू हुए, उससे 27.5% ज़्यादा बंद हो गए।
जनवरी से लगातार गिरावट का ट्रेंड
जनवरी 2025 में SIP स्टॉपेज अनुपात था: 109%
फरवरी 2025 में यह बढ़कर हुआ: 122%
और अब मार्च 2025 में छू गया: 127.5%
इससे साफ है कि निवेशकों का भरोसा या उनकी निवेश क्षमता, दोनों पर असर पड़ा है। यह म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए एक चेतावनी संकेत की तरह देखा जा रहा है।
मार्च में SIP इनफ्लो और नए खाते
कुल SIP इनफ्लो (निवेश): ₹25,926 करोड़ (फरवरी में ₹25,999 करोड़ था)
नए SIP खाते: 40.18 लाख (फरवरी में 44.56 लाख थे)
एक्टिव SIP खाते: 8.11 करोड़ (फरवरी में 8.26 करोड़)
SIP AUM: ₹13.35 लाख करोड़ (फरवरी में ₹12.37 लाख करोड़)
कुल म्यूचुअल फंड फोलियो (मार्च तक): 23.45 करोड़
इससे पहले भी जारी AMFI (एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया) के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी 2025 में जितने नए SIP शुरू हुए, उससे ज्यादा SIP बंद कर दिए गए — और यह ट्रेंड विशेषज्ञों को चिंता में डाल रहा है। जनवरी में जहां 56.19 लाख नए SIP अकाउंट खुले, वहीं 61.33 लाख पुराने SIP बंद हो गए, जिससे स्टॉपेज रेशियो 109% पर पहुंच गया। यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में दोगुने से भी ज्यादा है — जनवरी 2024 में यह अनुपात केवल 52.3% था।
विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार बढ़ती महंगाई, बाजार की अस्थिरता और शॉर्ट टर्म रिटर्न में गिरावट की वजह से लोग SIP बंद करने लगे हैं। हालांकि, कई SIP अपनी पूर्व निर्धारित समयावधि पूरी करके भी खत्म होती हैं, जो स्टॉपेज आंकड़े का हिस्सा बनती हैं।