दुनिया के सबसे पॉवरफुल पासपोर्ट की नई रैंकिंग जारी, पाकिस्तान का हाल शर्मनाक ! जानें भारत को क्या मिला स्थान
punjabkesari.in Thursday, Jan 09, 2025 - 03:08 PM (IST)
International Desk: हेनले एंड पार्टनर्स द्वारा जारी की गई 2025 की पहली छमाही की पासपोर्ट रैंकिंग के मुताबिक, सिंगापुर का पासपोर्ट अब भी दुनिया का सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट है। इस रैंकिंग में पासपोर्ट की ताकत का निर्धारण यह देखकर किया जाता है कि वह पासपोर्ट धारक बिना वीजा के कितने देशों में यात्रा कर सकते हैं। हेनले एंड पार्टनर्स ने 2025 की पहली छमाही के लिए दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट की रैंकिंग में पाकिस्तान का पासपोर्ट सबसे कमजोर पासपोर्ट के रूप में सूचीबद्ध है । शर्म की बात यह है कि यह सोमालिया जैसे गरीब देशों से भी नीचे है।
सिंगापुर का पासपोर्ट सबसे ताकतवर
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स के अनुसार, सिंगापुर के पासपोर्ट धारक 195 देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकते हैं, जो इस पासपोर्ट को सबसे शक्तिशाली बनाता है। इसके बाद जापान का पासपोर्ट है, जिसके धारक 193 देशों में वीजा फ्री यात्रा कर सकते हैं। तीसरे स्थान पर दक्षिण कोरिया, फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन और फिनलैंड संयुक्त रूप से हैं, जिनके पासपोर्ट धारक 192 देशों में वीजा फ्री यात्रा कर सकते हैं।
पाकिस्तान की रैंकिंग कमजोर
पाकिस्तान का पासपोर्ट फिर से सबसे कमजोर पासपोर्ट में शामिल है। पाकिस्तान के पासपोर्ट धारक केवल 33 देशों में वीजा फ्री यात्रा कर सकते हैं, और इस सूची में पाकिस्तान का स्थान 103वां है। इसके मुकाबले अफ्रीकी देशों सोमालिया, फिलिस्तीन, नेपाल और बांग्लादेश के पासपोर्ट की रैंकिंग पाकिस्तान से बेहतर है।
दूसरे स्थान पर जापान पासपोर्ट
दूसरे नंबर पर जापान का पासपोर्ट है, जिससे धारक 193 देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकते हैं। इसके बाद दक्षिण कोरिया, फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन और फिनलैंड का पासपोर्ट संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर हैं, जिनसे धारक 192 देशों में वीजा फ्री यात्रा कर सकते हैं।
भारत का स्थान
भारत का पासपोर्ट 85वें स्थान पर है और इसके धारक 57 देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकते हैं। हालांकि, भारत की रैंकिंग पिछले साल के मुकाबले 5 स्थान गिर गई है। भारत का पासपोर्ट पाकिस्तान से बेहतर स्थिति में है और 85वें स्थान पर है। हेनले पासपोर्ट इंडेक्स की इस सूची में पाकिस्तान के बाद इराक, सीरिया और अफगानिस्तान जैसे संघर्षग्रस्त देशों का पासपोर्ट भी कमजोर रैंकिंग पर है। यह रैंकिंग पासपोर्ट की ताकत और यात्रा की स्वतंत्रता का एक महत्वपूर्ण मानक है, जो देश के नागरिकों को वैश्विक स्तर पर यात्रा करने की आसानी प्रदान करती है।