शोपियां में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता, लश्कर-ए-तैयबा के 2 हाइब्रिड आतंकी गिरफ्तार
punjabkesari.in Thursday, May 29, 2025 - 12:36 PM (IST)

नेशनल डेस्क। जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षाबलों ने आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। शोपियां पुलिस और भारतीय सेना की संयुक्त कार्रवाई में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के दो हाइब्रिड आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है। इन आतंकियों की पहचान इरफान बशीर और उजैर सलाम के रूप में हुई है।
बसकुचन में चला ऑपरेशन
यह कार्रवाई 28 मई 2025 को शोपियां के बसकुचन इलाके में शुरू किए गए एक विशेष अभियान के दौरान की गई। सुरक्षाबलों की घेराबंदी और लगातार दबाव के बाद, दोनों आतंकियों ने आखिरकार आत्मसमर्पण कर दिया। यह घटनाक्रम क्षेत्र में आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की प्रभावी रणनीति को दर्शाता है।
भारी मात्रा में हथियार और सामान बरामद
गिरफ्तारी के बाद सुरक्षाबलों ने इन हाइब्रिड आतंकवादियों के कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए हैं जो उनकी आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता का स्पष्ट प्रमाण है। बरामद सामान में शामिल हैं:
- 2 एके-56 राइफलें
- 4 मैगजीन
- 102 राउंड (7.62×39 मिमी)
- 2 हैंड ग्रेनेड
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- 2 पाउच
- 5400 रुपये नकद
- 1 मोबाइल फोन
- 1 स्मार्टवॉच
- 1 आधार कार्ड
यह बरामदगी दर्शाती है कि ये आतंकी किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे।
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क्या होते हैं हाइब्रिड आतंकी?
पुलिस के अनुसार यह पूरी कार्रवाई खुफिया जानकारी के आधार पर की गई थी। गिरफ्तार किए गए ये आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे थे और कई संदिग्ध आतंकी गतिविधियों में शामिल थे। आपको बता दें कि हाइब्रिड आतंकी उन्हें कहा जाता है जो आम नागरिकों की तरह सामान्य जीवन जीते हैं लेकिन गुप्त रूप से आतंकी संगठनों के लिए काम करते हैं। ये लोग हमलों को अंजाम देने के बाद अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में लौट जाते हैं जिससे इन्हें पहचानना सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी चुनौती बन जाता है। ये अपनी दोहरी पहचान का फायदा उठाकर आतंकी नेटवर्क को मजबूत करते हैं और हमलों की योजना बनाते हैं।
आगे की जांच जारी
शोपियां पुलिस ने इस ऑपरेशन को आतंकी नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। गिरफ्तार किए गए आतंकवादियों से पूछताछ जारी है ताकि उनके पूरे नेटवर्क, फंडिंग, और भविष्य की योजनाओं का और भी खुलासा किया जा सके। इस सफलता ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ चल रहे अभियानों को और भी मजबूती प्रदान की है, और उम्मीद है कि इससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा स्थापित करने में मदद मिलेगी।