शौर्य चक्र से सम्मानित : न केवल साथी को बचाया बल्कि आतंकी का भी किया खात्मा

punjabkesari.in Monday, Aug 16, 2021 - 08:51 PM (IST)

साम्बा : स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले यानी 14 अगस्त को इस साल के वीरता पुरस्कारों यानी गैलेंट्री अवॉर्ड्स का ऐलान किया गया। कुल 6 जवानों को शौर्य चक्र दिया गया जिनमें साम्बा जिले के विजयपुर के वार्ड-13 के रहने वाले मेजर रवि चौधरी भी शामिल हैं। शांतिकाल के वीरता पुरस्कारों में अशोक चक्र, कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र आते हैं। शांति के समय अशोक चक्र देश का सर्वोच्च वीरता पुरस्कार है जबकि अशोक चक्र, कीर्ति चक्र के बाद शौर्य चक्र सबसे बड़ा पुरस्कार है। मेजर रवि के पिताचमन चौधरी भी सेना से बतौर सूबेदार मेजर सेवानिवृत्त हुए हैं।


अप्रैल 2019 से अब तक मेजर रवि कुमार चौधरी ने अपनी बटालियन के चार सफल अभियानों के संचालन के दौरान असाधारण दृढ़ता, नायाब धैर्य और सर्वोच्च नेतृत्व गुणों का प्रदर्शन किया, जिसके परिणामस्वरूप 13 आतंकवादियों का सफाया हुआ। एक आप्रेशन के दौरान उन्होंने अपने साथी को बचाने के लिए खुद की जान को दांव पर लगा दिया। 2 जून 2020 को कश्मीर के एक दूरदराज गांव में तीन आतंकियों के बारे में खास जानकारी हासिल हुई थी। 3 जून 2020 को करीब सुबह 6.20 बजे जब आतंकवादियों की उपस्थिति की पुष्टि हो गई तो मेजर रवि ने घेरा मजबूत कर दिया।


    छिपे हुए आतंकवादियों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए, मेजर रवि चौधरी अपने दोस्त के साथ रेंगते हुए आगे बढ़े। इस दौरान आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी की। ये देख कर छुपे हुए आतंकवादियों ने भी उन पर अंधाधुंध गोलियां चला दीं और अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर (यूबीजीएल) से हमला किया। ये देख कर रवि ने अपने साथी को एक तरफ धकेल दिया और खुद भारी गोलीबारी के बीचोंबीच आ गए। हालांकि अपनी क्षमताओं की बदौलत उन्होंने आतंकियों को निशाने पर ले लिया। इसी वजह से एक आतंकी को मार गिराया गया और दूसरे को गंभीर चोटें आई। अद्भुत शौर्य दिखाने के लिए मेजर रवि कुमार चौधरी को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है।
 


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Content Writer

Monika Jamwal

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