शत्रुघ्न सिन्हा भी हुए राहुल गांधी के मुरीद, कहा- आपके भाषण ने तो महफिल लूट ली
punjabkesari.in Sunday, Jul 22, 2018 - 04:00 PM (IST)
नेशनल डेस्क: संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी को झप्पी देना हर जगह चर्चा का विषय बना हुआ है। कई नेताओं की इस पर प्रतिक्रिया भी सामने आई है। बाबा रामदेव के बाद अब भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा भी कांग्रेस अध्यक्ष के मुरीद होते दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने सदन में राहुल के अंदाज की खूब तारीफ की।
People enjoyed his oratory skills but one wished his speech could have been shorter (instead of 1.5 hrs) making it more impactful. Am saying this as a friend & colleague. Motion was defeated & we won as expected - after all the numbers were on our side! However Long Live...1>2
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) July 21, 2018
सिन्हा ने अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा को लेकर एक के बाद एक ट्वीट किए। उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा कि कल संसद में तथाकथित अविश्वास प्रस्ताव के दौरान हुई निष्पक्ष, असरदार और प्रभावी बहस से देशवासियों में निश्चित रूप से एक अच्छा संदेश गया होगा। हमारे कुछ नेताओं ने पार्टी लाइन से हटकर सारगर्भित बातें रखीं। नाटकीयता से भरपूर इस बहस को देखने के बाद लोगों ने अच्छा महसूस किया होगा।
Asaduddin Owaisi (AIMIM) was effective & sharp, saying a lot in few words, Tariq Anwar (NCP) was effective just as Farooq Abdullah (JKNC), was short & crisp to the point, all highly appreciated & applauded but for me the one who stole the show was Rahul Gandhi....3>4
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) July 21, 2018
भाजपा नेता ने कहा कि कुछ बुद्धजीवी लोगों ने तथ्यों और आंकड़ों के साथ अपनी बात रखी तो कुछ लोगों ने अच्छी डायलॉग बाजी की। कुल मिलाकर, यह सीख देने वाला रहा। 12 घंटे, बिना रुके, बिना किसी ब्रेक के लोगों को सुना, देखा और समझा। सिन्हा ने अगले ट्वीट में लिखा कि असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM) ने बहुत ही तीखा हमला किया, तारिक अनवर और फारुख अब्दुल्ला ने एक जैसे तीर छोड़े। इन सबका भाषण संक्षिप्त और सारगर्भित था. ये सब प्रशंसनीय हैं लेकिन मेरे लिए अगर किसी ने महफिल लूटी तो वह राहुल गांधी थे।
सांसद ने लिखा कि लोगों ने उनकी बोलने के कौशल को एन्जॉय किया। हालांकि उनका भाषण 1.5 घंटे से कम हो सकता था, जिससे यह और प्रभावशाली हो सकता था। मैं इसे एक दोस्त और कलीग के नाते कह रहा हूं, प्रस्ताव हार गया और उम्मीदों के अनुरुप हमारी जीत हुई।
बता दें कि योगगुरू बाबा रामदेव भी राहुल गांधी के अंदाज पर फिदा हो गए थे। उन्होंने राहुल की झप्पी की तारीफ़ करते हुए कहा कि ये अच्छी शुरुआत है। किसी भी राजनेता के मन में बैर न हो। इसके साथ ही योग गुरु ने कहा कि संसद में मुद्दों पर आधारित बहस हुई। सभी ने अपने बुनियादी अधिकारों का उपयोग किया। ये अलग बात है कि सत्ता पक्ष के भारी पडऩे का कारण है कि उनके पास संख्या बल अधिक है।