हज में भी होता है यौन शोषण, #MosqueMeToo कैंपेन में महिलाओं ने बयां किया दर्द

punjabkesari.in Thursday, Feb 15, 2018 - 05:54 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हाल ही में सोशल मीडिया पर चले #MeToo कैंपेन के जरिए दुनिया भर की महिलाओं ने योन शोषण के खिलाफ आवाज उठाई थी। सैंकड़ों पीड़ित महिलाओं ने सोशल मीडिया पर आपबीती सांझा की थी। अब ऐसा ही एक कैंपेन फिर से शुरू किया गया है। #MosqueMeToo के नाम से चलाए जा रहे इस अभियान में हज और अन्य धार्मिक स्थानों पर जाने वाली महिलाएं अपनी आपबीती सुना रही हैं जो धार्मिक स्थानों पर यौन शोषण का शिकार हो चुकी हैं। 


इस कैंपने की शुरुआत करते हुए लेखिका और पत्रकार मॉना ट्हावी ने साल 2013 में हज के दौरान उनके साथ हुई यौन शोषण की घटना शेयर की। उन्होंने बताया कि जब वह 11 साल की थी तो उनका यौन उत्पीड़न हुआ था। हज की यात्रा के दौरान एक डॉक्टर ने उसके साथ साल तक यौन शोषण किया। बाद में मॉना ने एक ट्वीट में लिखा कि एक मुस्लिम महिला ने मेरी घटना पढ़ने के बाद उनकी मां के साथ हुआ यौन शोषण का अनुभव मुझे बताया। उन्होंने मुझे कविता भी भेजी। उन्हें जवाब देते वक्त मैं खुद को रोने से रोक नहीं पाई।


लेखिका के ट्वीट के बाद #MosqueMeToo पर महिलाओं के ट्वीटस की बाढ़ सी आ गई है। 24 घंटे के अंदर मॉना के ट्वीट को 2000 बाद रीट्वीट किया गया। एक महिला ने बताया कि उन्हे हज के भीड़ में गलत तरीके से छुआ गया और पकड़ने की कोशिश की गई। 


वहीं एक यूजर एंग्गी लेगोरियो ने ट्विट किया कि मैंने #MosqueMeToo के बारे में पढ़ा। हज 2010 मैंने ऐसा कुछ देखा भी था। लोग सोचते हैं कि मक्का मुस्लिमों के लिए एक पवित्र जगह है इसलिए वहां कोई कुछ गलत नहीं करेगा। लेकिन ऐसा नहीं है। बता दें कि फारसी ट्विटर पर ये अभियान टॉप 10 ट्रेंड में आ गया है। वहीं मॉना ट्हावी इस अभियान के बाद कई लागों के निशाने पर आ गई है उनका काफी विरोध भी किया जा रहा हैै।

 

 

 


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