Congress VS BJP : आत्मनिर्भर भारत या चीनी निर्भरता? खरगे ने उठाए मोदी सरकार पर तीखे सवाल

punjabkesari.in Thursday, Jul 03, 2025 - 05:27 PM (IST)

National Desk : भारत और चीन के संबंधों को लेकर राजनीतिक तनाव फिर तेज हो गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी सरकार की चीन नीति पर कड़ी निंदा की है। उन्होंने चीन द्वारा भारत में काम कर रहे इंजीनियरों की वापसी और भारत के लिए जरूरी खनिजों पर चीन की रोक को लेकर सवाल उठाए और कहा कि मोदी सरकार की ‘चीनी गारंटी’ की कोई समाप्ति तिथि नहीं है।

चीन भारत की कमर तोड़ रहा

खरगे ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के बड़े-बड़े दावों के बावजूद, सरकार ने चीन को भारत में निवेश और काम करने की पूरी आज़ादी दे दी। उन्होंने आरोप लगाया कि चीनी इंजीनियरों को आसानी से वीजा देकर उन्हें कंपनियों में काम करने और PLI स्कीम का लाभ उठाने का मौका दिया गया। दक्षिण भारत के फॉक्सकॉन आईफोन प्लांट से चीनी इंजीनियरों की वापसी का जिक्र करते हुए खरगे ने इसे सरकार की बड़ी विफलता बताया। उन्होंने कहा कि चीन भारत की कमर तोड़ रहा है और सरकार केवल तमाशा देख रही है।

खनिजों के निर्यात पर चीन की पाबंदी

खनिजों के निर्यात पर चीन की पाबंदी को लेकर भी खरगे ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि चीन ने भारत को जरूरी ‘रियर अर्थ मैग्नेट्स’ और अन्य दुर्लभ खनिजों का निर्यात रोक दिया है, जो ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिक वाहन, रक्षा और सुरक्षा से जुड़े उद्योगों के लिए बेहद जरूरी हैं। उन्होंने पूछा कि सरकार इस गंभीर मुद्दे पर क्या कार्रवाई कर रही है।

इसके अलावा, भारतीय ऑटो उद्योग के प्रतिनिधिमंडल को चीन में अधिकारियों से मिलने की अनुमति नहीं मिलने पर भी उन्होंने चिंता व्यक्त की। उनका कहना था कि इससे भारत की आत्मनिर्भरता को बड़ा नुकसान पहुंचेगा और चीन खुलेआम भारत के हितों की अनदेखी कर रहा है।

फर्टिलाइजर सप्लाई की रोक से किसानों पर संकट

खरगे ने चीन द्वारा भारत को स्पेशलिटी फर्टिलाइजर की सप्लाई दो महीने से रोकने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि भारत अपनी 80 प्रतिशत फर्टिलाइजर जरूरत चीन से पूरा करता है, जिसका असर कृषि उत्पादन पर पड़ेगा और किसान पहले से ही संकट में हैं। राहुल गांधी ने भी हाल ही में इस फर्टिलाइजर की आपूर्ति रुकने को लेकर चिंता जताई थी।
 

गलवान घाटी मामले को लेकर भी सरकार को घेरा

गलवान घाटी में पांच साल पहले हुए संघर्ष में शहीद हुए 20 जवानों का जिक्र करते हुए खरगे ने कहा कि तब भी सरकार ने चीन को क्लीन चिट दे दी, जिससे चीन ने फायदा उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इस बार भी चीन के आगे नतमस्तक है।

अंत में, खरगे ने मोदी सरकार की ‘चीनी गारंटी’ पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इसकी कोई एक्सपायरी डेट नहीं है और देश की जनता को सरकार की नीतियों की सच्चाई समझनी चाहिए। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह चीन के खिलाफ ठोस और प्रभावी नीति बनाए और भारत के हितों की सुरक्षा करे।


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Content Editor

Shubham Anand

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