एनकाउंटर में मारा गया आतंकियों का ''ह्यूमन जीपीएस'' समंदर चाचा, 100 से ज्यादा घुसपैठियों की भारत में करवा चुका है एंट्री
punjabkesari.in Saturday, Aug 30, 2025 - 06:18 PM (IST)

नेशनल डेस्क : जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के टॉप गाइड बागू खान उर्फ समंदर चाचा को एनकाउंटर में मार गिराया है। यह सफलता पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा (LOC) पर आतंकवादियों के लिए बड़ा झटका मानी जा रही है। अधिकारियों के अनुसार, बागू खान ने 1995 से अब तक 100 से अधिक घुसपैठ की कोशिशों में मदद की थी।
सुरक्षा बलों ने गुरेज सेक्टर में किया ढेर
गुरुवार को उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के गुरेज सेक्टर में सुरक्षाबलों ने बागू खान उर्फ समंदर चाचा को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। यह जानकारी सामने आई है कि समंदर चाचा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में रहता था और वह आतंकियों की घुसपैठ के मामलों में एक महत्वपूर्ण गाइड था। समंदर चाचा, जिसे आतंकियों की दुनिया में "चलता-फिरता ह्यूमन जीपीएस" माना जाता था, ने 25 वर्षों में 100 से अधिक घुसपैठों में मदद की थी।
समंदर चाचा की पहचान कैसे हुई?
अधिकारियों के अनुसार, समंदर चाचा की पहचान गुरेज सेक्टर में मारे गए एक आतंकवादी के पास मिले पहचान पत्रों से हुई। इन पहचान पत्रों में उसका नाम बागू खान और जन्मतिथि 6 अप्रैल 1975 लिखा था। वह पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद का निवासी था, लेकिन पिछले काफी समय से मुजफ्फराबाद मोहाजिर कैंप, हवाई अड्डा में रह रहा था।
आतंकी नेटवर्क को लगा तगड़ा झटका
सेना के अधिकारियों का मानना है कि समंदर चाचा की मौत से आतंकवादियों के नेटवर्क को एक बड़ा झटका लगेगा। वह 1995 से LOC पर सक्रिय था और कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए कई बार मदद कर चुका था। यह इलाका 1990 के दशक से घुसपैठ के मुख्य रास्तों में से एक रहा है और सर्दियों में बर्फबारी के कारण यह कश्मीर के बाकी हिस्सों से कट जाता है। समंदर चाचा ने 1996 से 2010 तक कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हाल के वर्षों में उसे फिर से सक्रिय किया गया था और उसे नए काम सौंपे गए थे। इस ऑपरेशन में मारे गए एक अन्य आतंकवादी की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।