School Holiday: इस राज्य में कल सभी स्कूल रहेंगे बंद, सरकारी कार्यालयों में भी आधे दिन की छुट्टी
punjabkesari.in Monday, Sep 08, 2025 - 07:28 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देशभर में मानसून ने एक बार फिर कहर बरपाना शुरू कर दिया है। कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति ने सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। इसी को देखते हुए केरल समेत कई राज्यों में स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
विशेष रूप से केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में मंगलवार को सभी स्कूल बंद रहेंगे। यह निर्णय दो कारणों से लिया गया है—पहला, लगातार हो रही मूसलाधार बारिश, और दूसरा, ओणम उत्सव के समापन पर आयोजित होने वाले भव्य जुलूस के मद्देनज़र।
किन संस्थानों पर लागू होगी छुट्टी?
तिरुवनंतपुरम जिला प्रशासन की ओर से जारी आदेश के मुताबिक:
-
नगर निगम सीमा के अंतर्गत आने वाले सभी स्कूल मंगलवार को बंद रहेंगे।
-
यह आदेश सरकारी, अर्ध-सरकारी, और शिक्षण संस्थानों पर लागू होगा।
-
सरकारी दफ्तरों में भी आधे दिन की छुट्टी का ऐलान किया गया है, ताकि ओणम समापन कार्यक्रम शांतिपूर्वक और व्यवस्थित रूप से सम्पन्न हो सके।
बारिश ने बिगाड़ी व्यवस्था, कई इलाके जलमग्न
देश के कई राज्यों में भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
-
निचले इलाकों के गांवों में पानी भर चुका है, जिससे जनजीवन पूरी तरह प्रभावित है।
-
पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल, बिहार और केरल जैसे राज्यों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
-
मौसम विभाग (IMD) ने 5 से 11 सितंबर तक भारी बारिश की चेतावनी दी है।
स्कूलों को बंद करने का निर्णय बच्चों की सुरक्षा और यातायात अव्यवस्था से बचाव के लिए लिया गया है।
ओणम समापन समारोह: संस्कृति और परंपरा का रंगारंग संगम
तिरुवनंतपुरम में सिर्फ मौसम ही नहीं, उत्सव भी चर्चा में है। ओणम का समापन समारोह इस बार बेहद भव्य तरीके से मनाया जा रहा है:-
-
शाम 4 बजे से शुरू होगा भव्य जुलूस, जिसकी शुरुआत मानवेयम वीधी से होगी।
-
जुलूस को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
-
उद्घाटन होगा 51 कलाकारों की शंख ध्वनि से, जो पारंपरिक शुभारंभ का प्रतीक है।
-
जुलूस में 60 से अधिक झांकियाँ, 1,000 कलाकार, 91 दृश्य-श्रव्य कलाएँ, और भारतीय सेना का बैंड भी भाग लेगा।
-
झांकियाँ राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं और उपलब्धियों को दर्शाएंगी।
-
इस बार की थीम होगी – "विविधता में एकता", जिसमें विभिन्न राज्यों की लोककलाएं भी हिस्सा लेंगी।