मुर्शिदाबाद हिंसा वाले इलाकों में तबाही का मंजर, पीड़ित बोले- मुस्लिमों की दुकान पर आंच नहीं, सिर्फ हिंदुओं को बनाया निशाना

punjabkesari.in Monday, Apr 14, 2025 - 06:08 AM (IST)

नेशनल डेस्कः पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा और बर्बादी का मंजर रविवार को भी सड़कों पर जले हुए वाहनों, लूटे गये शॉपिंग मॉल और फार्मेसी में तोड़फोड़ के रूप में देखने को मिला। मुर्शिदाबाद में रविवार को सड़कें सुनसान रहीं, दुकानें बंद रहीं और लोग घरों के अंदर ही रहे। 

पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र बल धूलिया, शमशेरगंज और सुती क्षेत्रों के संवेदनशील इलाकों में गश्त कर रहे हैं, जहां पिछले दो दिनों से हिंसा जारी है। मीडिया की टीम जब धुलियान में गई तब कुछ स्थानीय लोगों ने उन्हें एक क्षतिग्रस्त इमारत के भीतर बम के छर्रे तथा फर्नीचर की राख दिखाई,जिन्हें उपद्रवियों ने प्रांगण में जमा कर आग लगा दी थी। एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा, ‘‘हम अचंभित रह गए, क्योंकि अचानक सैकड़ों लोगों का एक हथियारबंद गिरोह सामने आ गया। वे खून के प्यासे थे और चिल्ला रहे थे कि हमारे समुदाय के किसी भी सदस्य को इस क्षेत्र में रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी, क्योंकि हम अधिनियम के माध्यम से वक्फ भूमि को छीनने की साजिश में सहयोग कर रहे हैं।'' 

 उपद्रवियों ने किए बम धमाके
उन्होंने कहा, ‘‘हमने जब उनसे गुहार लगाई, तो उन्होंने हमें कोई नुकसान नहीं पहुंचाया, लेकिन कई बम धमाके किये और मौके से भागने से पहले संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। पुलिस काफी देर बाद पहुंची।'' सुती में एक दवा की दुकान का मालिक गश्त कर रहे जवानों से आश्वासन मिलने के बाद अपनी दुकान में हुए नुकसान का आकलन कर रहा था। उसने बताया,‘‘मैं यहां 50 साल से रह रहा हूं, लेकिन ऐसा तांडव कभी नहीं देखा। एक उन्मादी भीड़ अचानक मेरी दुकान की ओर मुड़ी और इससे पहले कि मैं और मेरे कर्मचारी कुछ कर पाते, वे परिसर में घुस गए, हमारी पिटाई की और दुकान में लूटपाट शुरू कर दी। जब उत्पात जारी रहा, तो हम मौके से भाग गए।'' 

विनाश का ऐसा ही मंजर सुती, शमशेरगंज और धुलियान में भी देखने को मिला और ऐसा लग रहा था जैसे युद्धक्षेत्र हो, क्योंकि भारी हथियारों से लैस केंद्रीय बलों ने पुलिस और त्चरित कार्रवाई बल (आरएएफ) कर्मियों के साथ मिलकर राष्ट्रीय राजमार्ग और आसपास की गलियों में मार्च किया। सुरक्षाकर्मियों को स्थानीय लोगों से अपने घरों और संपत्तियों के सामने जमा पत्थरों, कंक्रीट के टुकड़ों और ईंटों को हटाने के लिए कहते देखा गया। 

जाफराबाद में उपद्रवियों ने पिता-पुत्र की कर दी थी हत्या
शमशेरगंज के जाफराबाद में शनिवार को उपद्रवियों ने पिता-पुत्र की हत्या कर दी थी। उस घर में जब सुरक्षा बलों और मीडिया कर्मियों ने प्रवेश किया तो परिवार के भयभीत सदस्य और पड़ोसी मौन साधे खड़े रहे। पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने बताया, ‘‘उन्हें (पिता-पुत्र को)घर से घसीट कर बारा निकाला गया और फिर उनकी हत्या कर दी गई। हमलावरों ने उत्पात मचाया और फर्नीचर तोड़ दिया तथा खाना पकाने के बर्तन घर के बाहर फेंक दिए। हम अब भी बाहर जाने से बहुत डरते हैं।'' 

स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में - पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार
धुलियान के 80 वर्षीय एक व्यक्ति ने कहा, ‘‘वे आए और हमारे घरों पर हमला किया। उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन वक्फ (संशोधन) अधिनियम के पारित होने के खिलाफ था। मेरा वक्फ से कोई लेना-देना नहीं है।'' पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने कहा कि स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है तथा सामान्य स्थिति बहाल होने तक सुरक्षा बल सतर्क हैं। उन्होंने कहा कि मुस्लिम बहुल जिले में कहीं से भी हिंसा की कोई नई घटना की सूचना नहीं मिली है। एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘जिले के सुती, धुलियान, शमशेरगंज और जंगीपुर इलाकों में स्थिति शांतिपूर्ण है। रातभर छापेमारी जारी रही। 12 और लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही अब तक 150 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।'' 

हिंसा प्रभावित इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद
उन्होंने बताया कि हिंसा प्रभावित इलाकों में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बल मुख्य सड़कों पर वाहनों की जांच कर रहे हैं और संवेदनशील इलाकों में गश्त कर रहे हैं। मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ शुक्रवार को हुए विरोध के दौरान कई इलाकों में भड़की हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने पुलिस वैन समेत कई वाहनों में आग लगा दी, सुरक्षा बलों पर पथराव किया और सड़कें जाम कर दी। 

शनिवार को भी कुछ जगहों से हिंसा की खबर आईं। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को सुती के सजुर मोड़ पर हुई झड़पों के दौरान गोली लगने के बाद घायल हुए 21 वर्षीय एजाज मोमिन की शनिवार को मौत हो गई। शुक्रवार को हुई हिंसा में कम से कम 18 पुलिसकर्मी घायल हो गए। शनिवार रात शमशेरगंज पहुंचे पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और हालात का जायजा लिया। 


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Content Writer

Pardeep

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