Rain Alert: सावन की बारिश का दौर शुरू: 14, 15, 16, 17, 18 जुलाई तक तेज हवाओं, गरज-चमक और मूसलधार बारिश-वज्रपात का अलर्ट

punjabkesari.in Monday, Jul 14, 2025 - 07:37 AM (IST)

नेशनल डेस्क: सावन के महीने में इस बार बारिश राहत के बजाय चुनौती बनती नजर आ रही है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के ताजा अपडेट्स के अनुसार उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 16 से 18 जुलाई तक तेज हवाओं, गरज-चमक और भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। इस दौरान आकाशीय बिजली गिरने की भी गंभीर चेतावनी जारी की गई है। विशेष रूप से कानपुर और कन्नौज जैसे क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ मध्यम से भारी वर्षा, तापमान में गिरावट और बिजली गिरने की संभावनाएं मौसम को काफी संवेदनशील बना रही हैं।

कानपुर का मौसम: अगले 3 दिन सावधानी जरूरी CSA यूनिवर्सिटी, कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पांडे के मुताबिक,

14 जुलाई (सोमवार) को 83% बारिश की संभावना है।
15 जुलाई (मंगलवार) को यह आंकड़ा 67% तक रह सकता है।
16 जुलाई (बुधवार) को अनुमानित वर्षा 75% तक पहुंच सकती है।

30.7 मिमी तक बारिश रिकॉर्ड हो सकती है और अधिकतम तापमान सामान्य से 1.8 डिग्री कम रहेगा। बादलों की गरज और बिजली की चमक के साथ हवा की गति भी 20–30 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है।

 कन्नौज में क्या कहता है मौसम का मिजाज?
 14 जुलाई (सोमवार):

अधिकतम तापमान: 33°C
न्यूनतम तापमान: 27°C
दोपहर के समय गरज-चमक के साथ मूसलधार बारिश संभव
रात में 64% बारिश की संभावना
हवा की रफ्तार: 15–25 किमी/घंटा, दिशा: दक्षिण और पूर्व

 15 जुलाई (मंगलवार):
तापमान: 27 से 33°C
42% बारिश और बिजली गिरने का अनुमान
हल्की से मध्यम बारिश के साथ मौसम नम बना रहेगा

 16 जुलाई (बुधवार):
तापमान: 27 से 32°C
60% वर्षा और आकाशीय बिजली की चेतावनी
हवाओं की रफ्तार में तेजी आने के संकेत

17 जुलाई (गुरुवार):
न्यूनतम तापमान: 26°C, अधिकतम: 30°C
80% तक बारिश होने की संभावना
गरज, चमक और झमाझम बारिश पूरे दिन को प्रभावित कर सकती है

18 जुलाई (शुक्रवार):
मौसम के लगभग समान रहने की उम्मीद
तेज़ बारिश के साथ बिजली गिरने की आशंका बनी रहेगी

क्या कहती है वज्रपात की चेतावनी?
IMD की ओर से स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि इन तिथियों के दौरान आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ सकती हैं, खासकर शाम और रात के समय। लोगों को सलाह दी गई है कि खुले मैदान, ऊंची इमारतों या पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें और बिजली गिरने की आशंका वाले समय में घर के अंदर सुरक्षित रहें।

तेज हवाओं का भी असर
कई जिलों में 10 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाएं बारिश के साथ और अधिक चुनौतीपूर्ण स्थिति बना सकती हैं। खेतों, सड़क यातायात, और निर्माण कार्यों पर इसका खासा असर देखने को मिल सकता है।


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Content Writer

Anu Malhotra

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