अपनी जान पर खेलकर बचाए दूसरों के बच्चे, मगर खुद का बेटा लापता...जानें पीड़ित पिता की कहानी

punjabkesari.in Saturday, Nov 16, 2024 - 05:48 PM (IST)

नेशनल डेस्क : झांसी के रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में एक भयंकर आग लगने से 10 बच्चों की मौत हो गई। इस हादसे में कई बच्चे ऐसे हैं जिनके माता-पिता को अभी तक उनका कुछ पता नहीं चला है। कुछ ऐसे माता-पिता भी हैं जो अपने बच्चों के बारे में जानकारी पाने के लिए परेशान हैं। महोबा जिले के कुलदीप सिंह भी उन पीड़ितों में शामिल हैं, जिनका बेटा इस घटना में लापता हो गया।

कुलदीप सिंह के बेटे को 9 नवंबर को जन्म हुआ था और उसकी तबीयत खराब होने पर उसे झांसी के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। बीती रात जब आग लगी, तो कुलदीप दवा लेने के लिए बाहर गए हुए थे। जैसे ही उन्हें आग लगने की खबर मिली, उन्होंने तुरंत अस्पताल की ओर दौड़ लगाई। आग पूरी वार्ड में फैल चुकी थी और बच्चे अंदर फंसे हुए थे। कुलदीप ने अपनी जान की परवाह किए बिना 54 बच्चों में से 5 बच्चों को बाहर निकाला, लेकिन उनका बेटा अब तक लापता है।

कुलदीप ने बताया, "मैंने दूसरों के बच्चों को बचाया, लेकिन मेरा बच्चा मर गया। बच्चों को बचाते वक्त मेरा हाथ जल गया। अब तक हमारा बच्चा नहीं मिला। यह मेरा पहला बच्चा था। अफसर भी नहीं बता रहे हैं कि क्या हुआ, हमारा बच्चा कहां गया। हम बस सही जानकारी का इंतजार कर रहे हैं।"

अब तक की जानकारी के अनुसार, इस हादसे में घायल 16 बच्चों का इलाज चल रहा है, जिनमें से 10 की हालत गंभीर है। एक बच्चा डिस्चार्ज कर दिया गया है, जबकि 7 बच्चों को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 2 बच्चों को उनके परिजन लेकर गए हैं और एक का इलाज जिला अस्पताल में हो रहा है। 6 बच्चे वार्ड में सुरक्षित हैं, लेकिन उनके माता-पिता का कुछ पता नहीं चल पाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुर्घटना पर दुख जताते हुए मुआवजे का ऐलान किया है। उन्होंने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को घटना स्थल पर भेजा है।


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News Editor

Parveen Kumar

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