सीमा विवाद: 'अपनी जुबान पर लगाम रखें', संजय राउत का पलटवार- क्या यह खुली धमकी है, मिस्टर मंत्री?

punjabkesari.in Wednesday, Dec 07, 2022 - 07:24 PM (IST)

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के मंत्री शंभुराज देसाई ने बुधवार को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता संजय राउत से कहा कि यदि वह दोबारा ‘आराम करने’ की स्थिति को टालना चाहते हैं, तो अपनी ‘जुबान पर लगाम’ रखें। राउत धन शोधन मामले में जमानत मिलने के बाद मुंबई जेल से पिछले महीने रिहा हुए हैं। वहीं, राउत ने पलटवार करते हुए देसाई के बयान को खुली धमकी करार दिया। राउत ने कहा कि देसाई ने उन्हें धमकी दी है कि वह चुप रहें अन्यथा उन्हें जेल भेज दिया जाएगा। राउत ने कहा कि महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष बावनकुले भी इसी तरह की भाषा बोलते हैं।

राउत ने बुधवार को मांग की है कि कर्नाटक स्थित बेलगावी को केंद्रशासित प्रदेश घोषित किया जाये। राउत ने यह भी आरोप लगाया कि बेलगावी में जो हिंसा की घटनाएं हुई हैं वह बिना ‘दिल्ली’ के समर्थन के नहीं हो सकतीं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए राउत ने कहा कि इन हमलों का सामना करने में राज्य सरकार कमजोर और असहाय दिख रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि महाराष्ट्र को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है।

आपको अपनी जुबान पर लगाम लगानी चाहिए
आबकारी मंत्री देसाई ने कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद को लेकर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार की आलोचना करने के लिए राउत पर निशाना साधा। सीमा विवाद के बीच बेलगावी का दौरा करने वाले महाराष्ट्र के दो मंत्रियों में एक देसाई भी थे। यहां संवाददाताओं बातचीत में देसाई ने राउत की आलोचना की। देसाई ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि बाहर का माहौल आपको (राउत) सुहाता नहीं है। आपको अपनी जुबान पर लगाम लगानी चाहिए ताकि दोबारा ‘आराम’ करने की स्थिति को टाला जा सके।’’ इसके बाद देसाई ने कहा कि राउत साढ़े तीन महीने ‘आराम’ करके बाहर (जेल से) आए हैं।

क्या यह खुली धमकी है, मिस्टर मंत्री?
देसाई ने दावा किया कि शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता राउत ने कहा था कि वह बेलगावी राकांपा नेता शरद पवार के नेतृत्व में जाएंगे। उन्होंने कहा कि वे पहले ही उद्धव जी को आगाह कर चुके हैं कि वह संजय राउत पर विश्वास नहीं करें जो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के आगे झुक गये हैं। देसाई पर पलटवार करते हुए राउत ने ट्वीट किया, ‘‘क्या यह खुली धमकी है, मिस्टर मंत्री? जबकि राज्य सरकार हमारे गौरव के मुद्दे पर खामोश है, जो लोग महाराष्ट्र के लिए आवाज उठा रहे हैं उन्हें दुश्मन के रूप में देखा जा रहा है। यह सबूत है कि कानून और न्यायपालिका दबाव में हैं, लेकिन लोग चुप रहकर मूकदर्शक नहीं बने रहेंगे। फिलहाल यह स्पष्ट है कि जो लोग सत्य बोलेंगे उन्हें जेल भेज दिया जाएगा।’’


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Content Editor

rajesh kumar

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