दिल्ली में 14 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी, 1.1 करोड़ नकद बरामद
punjabkesari.in Monday, Jun 16, 2025 - 11:20 AM (IST)

नेशनल डेस्क. दिल्ली राज्य GST विभाग ने 14 करोड़ रुपये के बड़े जीएसटी रिफंड धोखाधड़ी का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में चार फर्जी कंपनियां बनाई गई थीं, जिनका एकमात्र उद्देश्य अवैध कर रिफंड का दावा करना था। इस धोखाधड़ी से जुड़े एक व्यक्ति को अब तक गिरफ्तार कर लिया गया है और विभाग ने 1.16 करोड़ रुपये की वसूली भी कर ली है।
कैसे हुआ धोखाधड़ी का खुलासा?
दिल्ली सरकार के व्यापार एवं कर विभाग द्वारा 15 जून को जारी एक प्रेस रिलीज के अनुसार, यह धोखाधड़ी नकली संस्थाओं का एक नेटवर्क चलाकर की गई थी, जो वास्तविक व्यावसायिक गतिविधियों का दिखावा करती थीं। विभाग ने इस धोखाधड़ी का पता लगाने के लिए उन्नत बिग डेटा एनालिटिक्स और विस्तृत चेन एनालिसिस का इस्तेमाल किया, जिसमें बैंक लेनदेन की गहन जांच भी शामिल थी। यह विभाग के लिए अपनी तरह का पहला मामला है, जिसमें इतनी आधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया।
अवैध धन का पता दिल्ली के कई स्थानों के अलावा अन्य भारतीय राज्यों और यहाँ तक कि हांगकांग और सिंगापुर जैसे विदेशी न्यायालयों तक भी चला।
जांच में क्या सामने आया?
विभाग की डेटा-आधारित जांच में यह सामने आया कि कई संस्थाओं ने एक ही पैन नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल पते का इस्तेमाल किया था, जो सुनियोजित धोखाधड़ी की ओर इशारा करता है। इस मामले में शामिल दिल्ली-स्थित फर्मों का पंजीकरण निलंबित कर दिया गया है। अन्य राज्यों के अधिकारियों को भी उनके अधिकार क्षेत्र में आने वाली संस्थाओं के खिलाफ आगे की कार्रवाई के लिए सूचित किया गया है।
दिल्ली जीएसटी विभाग ने आयकर विभाग के साथ मिलकर धोखाधड़ी वाले लेनदेन से जुड़े पैन को चिह्नित किया है और उन्हें ब्लॉक करने की सिफारिश की है। चूंकि वित्तीय लेनदेन भारत के बाहर की संस्थाओं तक भी फैले हुए हैं, इसलिए भारत सरकार के राजस्व विभाग को आवश्यक कार्रवाई के लिए एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है।
अब तक की कार्रवाई
शेष राशि की वसूली के प्रयास जारी हैं। अब तक 27 संस्थाओं से जुड़े 45 बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं ताकि धन के किसी भी डायवर्जन को रोका जा सके। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा में एक प्राथमिकी (FIR) भी दर्ज की गई है। इस मामले में एक महत्वपूर्ण प्रगति यह है कि बंटी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जो हरीश चंद्र का बेटा है और लाभार्थी फर्मों में से एक का मालिक है। उसे मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया और पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
विभाग का कड़ा रुख
दिल्ली जीएसटी विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह मामला कर धोखाधड़ी के प्रति विभाग के शून्य-सहिष्णुता के दृष्टिकोण को दर्शाता है। उन्होंने जीएसटी प्रणाली की अखंडता की रक्षा के लिए विभाग की प्रतिबद्धता दोहराई और चेतावनी दी कि कर चोरी के सभी रूपों पर पूरी कानूनी शक्ति के साथ कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला जटिल वित्तीय धोखाधड़ी से निपटने में अंतर-एजेंसी समन्वय और अत्याधुनिक तकनीक को तैनात करने की विभाग की बढ़ती क्षमता को भी प्रदर्शित करता है। विभाग ने दोहराया कि प्रणाली को धोखा देने के किसी भी प्रयास के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।