रिटायरमेंट पर Rohit Sharma का बड़ा बयान: ''मैं कहीं नहीं जा रहा हूं'', Sydney Test से बाहर बैठने की वजह पर दिया स्पष्ट जवाब
punjabkesari.in Saturday, Jan 04, 2025 - 11:10 AM (IST)
नेशनल डेस्क: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने हाल ही में रिटायरमेंट से जुड़ी अफवाहों पर विराम लगाते हुए कहा कि वह फिलहाल क्रिकेट से संन्यास लेने के बारे में नहीं सोच रहे हैं। साथ ही, उन्होंने सिडनी टेस्ट से बाहर बैठने के अपने फैसले को लेकर भी विस्तृत बयान दिया। रोहित ने स्पष्ट किया कि उनका यह निर्णय व्यक्तिगत रूप से लिया गया था और इसका उद्देश्य केवल अपनी खराब फॉर्म को सुधारने के लिए था। इस दौरान, उन्होंने मीडिया में चल रही कुछ अफवाहों और टिप्पणियों पर भी प्रतिक्रिया दी।
मैं जल्द रिटायर नहीं होने वाला हूं
4 जनवरी को Star Sports के कार्यक्रम में बोलते हुए रोहित शर्मा ने कहा कि वह क्रिकेट से संन्यास लेने के बारे में फिलहाल कोई विचार नहीं कर रहे हैं। उन्होंने यह भी साफ किया कि वह इस फैसले पर जल्द नहीं पहुंचने वाले हैं और उनका ध्यान सिर्फ अपनी फॉर्म पर है। रोहित ने कहा, "मैं जल्द रिटायर नहीं होने वाला हूं। मैं सिर्फ इसलिए इस मुकाबले से हटने का फैसला किया क्योंकि रन नहीं बन रहे थे। मैं कड़ी मेहनत करूंगा और कमबैक करूंगा। अभी रन नहीं बन रहे हैं, लेकिन इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि 5 महीने बाद भी रन नहीं बनेंगे।" रोहित ने यह भी बताया कि रिटायरमेंट की अफवाहें या मीडिया की टिप्पणियाँ उन्हें प्रभावित नहीं करतीं। उनका कहना था, "माइक, पेन या लैपटॉप वाला कोई भी व्यक्ति क्या लिखता या बोलता है, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता। वे हमारे लिए कोई फैसला नहीं कर सकते।" इससे यह स्पष्ट हो गया कि रोहित खुद अपने फैसले लेने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र हैं और उनका फोकस केवल अपनी बल्लेबाजी पर है।
सिडनी टेस्ट से बाहर बैठने का निर्णय
रोहित ने सिडनी टेस्ट से बाहर बैठने के अपने फैसले को लेकर भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह निर्णय उनका व्यक्तिगत था और उन्होंने कोच गौतम गंभीर और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर से इसकी चर्चा की थी। रोहित ने बताया कि उन्होंने यह फैसला इसलिए लिया क्योंकि उन्हें लगा कि जब वह खुद फॉर्म में नहीं हैं, तो बेहतर होगा कि टीम में ऐसे खिलाड़ी को मौका दिया जाए जो उस समय बेहतर फॉर्म में हो। रोहित ने यह भी कहा कि इस निर्णय से पहले उन्होंने अपने कोच और सेलेक्टर्स से खुलकर बात की थी और इस दौरान किसी भी प्रकार के दबाव का सामना नहीं किया। "मैंने सिडनी में आकर ही यह फैसला लिया कि मुझे इस मैच से बाहर रहना चाहिए। मुझे लगता है कि टीम के लिए इनफॉर्म खिलाड़ी ही खेलना चाहिए," उन्होंने कहा। रोहित ने यह भी स्पष्ट किया कि इस फैसले को लेने का समय उन्होंने सिडनी में आकर ही तय किया था, क्योंकि वह न्यू ईयर के दौरान इस बारे में टीम से बात नहीं करना चाहते थे।
Rohit Sharma exemplifies leadership through honesty and selflessness. Despite personal challenges, he prioritizes team success, stepping aside when necessary. His leadership in the current Test series reflects his unwavering dedication to India’s success. A true legend of the… pic.twitter.com/L3rPlMlRT6
— Suresh Raina🇮🇳 (@ImRaina) January 4, 2025
यह निर्णय लेना कठिन था, लेकिन मुझे यह समझने में कोई समय नहीं लगा
रोहित ने बताया कि वह हमेशा अपने व्यक्तिगत और टीम के हित में फैसले लेते हैं। वह जानते हैं कि टेस्ट क्रिकेट में किसी खिलाड़ी को अपनी फॉर्म को लगातार बनाए रखना जरूरी होता है और जब वह खुद फॉर्म में नहीं थे, तो उन्होंने टीम के हित में बाहर बैठने का निर्णय लिया। रोहित ने कहा, "यह निर्णय लेना कठिन था, लेकिन मुझे यह समझने में कोई समय नहीं लगा कि जब मैं रन नहीं बना रहा हूं, तो टीम में फार्म में रहने वाले खिलाड़ियों को मौका मिलना चाहिए।"
मैं कहीं नहीं जा रहा हूं, मैंने यह फैसला अपनी फॉर्म को सुधारने के लिए लिया है
रोहित ने रिटायरमेंट को लेकर मीडिया में चल रही अफवाहों का भी जोरदार खंडन किया। उन्होंने कहा, "मैं कहीं नहीं जा रहा हूं, मैंने यह फैसला अपनी फॉर्म को सुधारने के लिए लिया है। लोग चाहे जितना भी लिखें या कहें, मैं वही करूंगा जो मेरे लिए सही होगा।" रोहित ने यह भी कहा कि उन्होंने 2007 में भारतीय टीम में कदम रखा था और तब से लेकर आज तक उनकी सोच यही रही है कि वह खुद को हर हाल में जिता सकें। वह खुद पर विश्वास रखते हैं और अपनी मेहनत से एक बार फिर से टीम में अपनी जगह बनाएंगे।
मैं 2 बच्चों का बाप हूं....
रोहित ने इस दौरान यह भी कहा कि वह दो बच्चों के पिता हैं और इस वजह से वह अपने फैसलों में पूरी तरह से जिम्मेदार और समझदार रहते हैं। उन्होंने कहा, "मैं 2 बच्चों का बाप हूं, इसलिए मुझे यह बखूबी पता है कि कब क्या फैसला लेना है।" रोहित ने यह भी बताया कि वह खेल में अपनी भूमिका और जिम्मेदारी को समझते हैं और यही कारण है कि उन्होंने टीम के हित में सही समय पर बाहर बैठने का निर्णय लिया।
सुरेश रैना ने किया रोहित की सराहना
इस दौरान, भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर सुरेश रैना ने भी रोहित शर्मा की सराहना की। रैना ने एक फोटो शेयर की, जिसमें रोहित बुमराह के साथ मंत्रणा करते हुए दिखाई दे रहे थे। रैना ने ट्विटर (अब एक्स) पर लिखा, "रोहित शर्मा ईमानदारी और निस्वार्थता के साथ नेतृत्व का उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। व्यक्तिगत चुनौतियों के बावजूद, उन्होंने टीम की सफलता को प्राथमिकता दी और जरूरत पड़ने पर पीछे हटने का निर्णय लिया। यह उनके समर्पण को दर्शाता है।" रैना ने रोहित के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उनका समर्पण भारतीय क्रिकेट को हमेशा प्रेरित करता रहेगा। रोहित शर्मा के इस बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि वह क्रिकेट से संन्यास लेने के बारे में नहीं सोच रहे हैं और उन्होंने सिडनी टेस्ट से बाहर बैठने का निर्णय अपनी खराब फॉर्म को सुधारने के लिए लिया है। उनके फैसले से यह भी संकेत मिलता है कि वह भारतीय क्रिकेट के प्रति अपने समर्पण को बरकरार रखते हुए, टीम की भलाई के लिए कभी भी अपना व्यक्तिगत स्वार्थ ताक पर रख सकते हैं।