Fatty Liver: 90 दिन में फैटी लिवर को करें रिवर्स, जानिए 5 कारगर उपाय
punjabkesari.in Tuesday, Aug 19, 2025 - 12:33 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आज की तेज रफ्तार जिंदगी में खानपान और आदतें जितनी बिगड़ी हैं, उतनी ही तेजी से स्वास्थ्य से जुड़ी नई-नई समस्याएं सामने आ रही हैं। इन्हीं में से एक है- फैटी लिवर डिजीज, जो अब सिर्फ़ शराब पीने वालों या मोटे लोगों तक सीमित नहीं रही। चौंकाने वाली बात यह है कि आज ऐसे लोगों में भी यह बीमारी देखी जा रही है जो न तो शराब पीते हैं, न ही ज़रूरत से ज़्यादा खाते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि गलत डाइट, भूख न लगने पर भी खाना और शारीरिक गतिविधियों की कमी इसके मुख्य कारण हैं। लेकिन राहत की बात ये है कि यदि सही समय पर ध्यान दिया जाए, तो सिर्फ 90 दिनों में इस बीमारी को रिवर्स करना संभव है। आइए जानते हैं ऐसे ही पांच कारगर उपाय, जो लिवर को स्वस्थ बनाने में मददगार साबित हो सकते हैं:-
फाइबर युक्त भोजन अपनाएं
पिसे हुए अलसी के बीज, चिया सीड्स, चने, दालें और ब्रोकली जैसे खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल करें। ये न सिर्फ पेट को स्वस्थ रखते हैं, बल्कि लिवर को भी सुरक्षित रखते हैं।
चीनी का सेवन करें सीमित
हेल्थलाइन की रिपोर्ट बताती है कि फ्रुक्टोज़ युक्त चीनी लिवर में सीधे फैट के रूप में जमा हो जाती है, चाहे व्यक्ति का वजन सामान्य ही क्यों न हो। पैक्ड जूस, डाइट सोडा, फ्लेवर युक्त दही और एनर्जी बार जैसी चीज़ें चीनी का मुख्य स्रोत हैं। इनकी जगह साबुत फल और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को अपनाना ज़्यादा फायदेमंद है।
सही फैट्स लें- ओमेगा-3 फैटी एसिड
लिवर की सेहत के लिए सभी फैट्स हानिकारक नहीं होते। ओमेगा-3 फैटी एसिड लिवर में सूजन को कम करता है और फैट जमने से रोकता है। इसके लिए फैटी फिश, अलसी का तेल और अखरोट का सेवन करें।
प्रोसेस्ड के बजाय साबुत अनाज लें और देर रात खाना न खाएं
ब्राउन राइस, ओट्स, क्विनोआ और होल व्हीट ब्रेड जैसे साबुत अनाज ब्लड शुगर को नियंत्रित करते हैं और लिवर पर दबाव नहीं डालते। साथ ही, रात को देर से खाना खाने से लिवर की मरम्मत प्रक्रिया बाधित होती है। इसलिए रात को सोने से 2-3 घंटे पहले भोजन कर लेना सबसे बेहतर होता है।
वजन कम करने पर दें ध्यान
वजन कम करना फैटी लिवर को रिवर्स करने में सबसे महत्वपूर्ण कदम है। डाइट में फाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर चीज़ों को शामिल करें। फाइबर पाचन में सुधार करता है, ब्लोटिंग को कम करता है और हार्मोन संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।