Real Estate: घर खरीदना हुआ मुश्किल, 11% बढ़ी प्रॉपर्टी की औसतन कीमत
punjabkesari.in Tuesday, Dec 03, 2024 - 08:47 AM (IST)
नेशनल डेस्क: देश के आठ प्रमुख शहरों में आवासीय प्रॉपर्टी की कीमतों में तेजी लगातार जारी है। जुलाई-सितंबर 2024 तिमाही में कीमतों में औसतन 11% वृद्धि दर्ज की गई। रियल एस्टेट क्षेत्र की संस्था क्रेडाई, कोलियर्स, और डेटा एनालिटिक्स कंपनी लियासेस फोरास की 'हाउसिंग प्राइस ट्रैकर रिपोर्ट Q3 2024' के मुताबिक, दिल्ली-NCR में आवासीय कीमतों में 32% की सालाना वृद्धि हुई, जो सबसे ज्यादा है।
8 प्रमुख शहरों में वृद्धि
रिपोर्ट के अनुसार, भारत के शीर्ष आठ बाजारों में औसत कीमतें बढ़कर ₹11,000 प्रति वर्ग फुट हो गईं। यह 2021 से अब तक लगातार 15वीं तिमाही है, जब कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। NCR के बाद बेंगलुरु में 24% की वृद्धि देखी गई, जहां कीमतें ₹9,471 से बढ़कर ₹11,743 प्रति वर्ग फुट हो गईं।
प्रमुख शहरों में औसत मूल्य वृद्धि
दिल्ली-NCR: 32% बढ़कर ₹11,438 प्रति वर्ग फुट
बेंगलुरु: 24% बढ़कर ₹11,743 प्रति वर्ग फुट
अहमदाबाद और पुणे: 16% तक वृद्धि
मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई: 10-12% तक वृद्धि
कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?
रिपोर्ट के अनुसार, रॉ मटेरियल, जमीन, लेबर और कंस्ट्रक्शन की लागत में बढ़ोतरी से प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ रही हैं। इसके अलावा, मजबूत मांग और लक्जरी खंड का दबदबा भी एक प्रमुख कारण है।
AIF के जरिए निवेश में उछाल
वैकल्पिक निवेश माध्यम (AIF) के जरिए रियल एस्टेट में निवेश रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 4,49,384 करोड़ रुपए का निवेश हुआ, जो पिछले वित्त वर्ष के कुल निवेश को पार कर गया। 2018-19 से 2024-25 के बीच AIF निवेश ₹2.82 लाख करोड़ से बढ़कर ₹12.43 लाख करोड़ हो गया है।
नई पेशकशों में गिरावट
क्रेडाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष बोमन ईरानी ने कहा कि मौद्रिक नीति में संभावित बदलाव और नीतिगत दरों में कटौती से मकान खरीदारों को वित्तीय राहत मिल सकती है। हालांकि, नई प्रॉपर्टी की पेशकशों में धीरे-धीरे कमी आ रही है।
रियल एस्टेट बाजार में लगातार बढ़ रही कीमतें और मजबूत मांग दर्शाती हैं कि यह क्षेत्र निवेशकों और खरीदारों के लिए अभी भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। हालांकि, कीमतों में वृद्धि के चलते आम लोगों के लिए घर खरीदना मुश्किल हो रहा है।