मालदीव दौरे पर पीएम मोदी के मुरीद हुए मुइज्जू, खास उपलब्धि पर दी बधाई और तारीफों के बांधे पुल
punjabkesari.in Saturday, Jul 26, 2025 - 01:57 PM (IST)

International Desk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों अपनी महत्वपूर्ण दो दिवसीय मालदीव यात्रा पर हैं। इस यात्रा में उन्होंने न सिर्फ दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत किया बल्कि मालदीव को भारत का सबसे भरोसेमंद मित्र भी बताया। खास बात यह रही कि चीन के करीबी माने जाने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू खुद पीएम मोदी को रिसीव करने एयरपोर्ट पहुंचे। इससे साफ संकेत मिला कि भारत और मालदीव के बीच रिश्तों में फिर से गर्मजोशी लौट आई है।
राष्ट्रपति मुइज्जू ने प्रधानमंत्री मोदी को उनके लंबे कार्यकाल के लिए सार्वजनिक रूप से सराहा। माले में आयोजित एक भव्य सरकारी भोज में बोलते हुए मुइज्जू ने कहा "मैं प्रधानमंत्री मोदी को लगातार 4,078 दिन भारत का प्रधानमंत्री बने रहने पर हार्दिक बधाई देता हूं। यह रिकॉर्ड आपकी अटूट प्रतिबद्धता और भारतीय जनता की प्रगति के प्रति आपके समर्पण का प्रमाण है।" प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर मालदीव के साथ द्विपक्षीय रिश्तों को नई ऊंचाई पर ले जाने का भरोसा दिलाया।
इंदिरा गांधी को छोड़ा पीछे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब लगातार सबसे लंबे समय तक भारत के प्रधानमंत्री रहने वालों में जवाहरलाल नेहरू के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। इंदिरा गांधी 4,077 दिन लगातार प्रधानमंत्री रहीं थीं। शुक्रवार को पीएम मोदी ने यह रिकॉर्ड तोड़ दिया और 4,078 दिन पूरा कर लिया।
मालदीव को भारत की बड़ी मदद
प्रधानमंत्री मोदी ने माले में मुइज्जू के साथ बातचीत में 4,850 करोड़ रुपये की ऋण सुविधा की घोषणा की। इसके अलावा जल्द ही मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को अंतिम रूप देने पर भी सहमति बनी है। मोदी ने कहा, "भारत को मालदीव का सबसे भरोसेमंद मित्र होने पर गर्व है। हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और विकास में हम मालदीव के साथ खड़े हैं।"
गार्ड ऑफ ऑनर और गर्मजोशी से स्वागत
मोदी के स्वागत के लिए राष्ट्रपति मुइज्जू और उनकी कैबिनेट के शीर्ष मंत्री वेलेना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे। कुछ घंटों बाद रिपब्लिक स्क्वायर में प्रधानमंत्री को औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, जिसने इस यात्रा को ऐतिहासिक बना दिया। मुइज्जू का पीएम मोदी के लिए खुला समर्थन यह भी संकेत देता है कि चीन के असर के बावजूद भारत और मालदीव के रिश्तों में भरोसे का पुल फिर से मजबूत हो रहा है।