नेपाली FM सऊद ने कहा- भगवान राम एवं सीता भारत और नेपाल के बीच गहरे सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंधों के प्रतीक

punjabkesari.in Wednesday, Jan 24, 2024 - 12:14 PM (IST)

काठमांडू: नेपाल के विदेश मंत्री एन पी सऊद ने कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह "सनातन धर्म के सभी अनुयायियों के लिए गर्व का क्षण" है और भगवान राम एवं माता सीता भारत और हिमालयी राष्ट्र के बीच गहरे सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंधों के प्रतीक हैं। सऊद ने सोमवार देर रात सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और नेपाल की बेटी माता सीता साहस, बलिदान, न्याय और धार्मिकता के प्रतीक थे।" उन्होंने रामलला के विग्रह की एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, ‘‘जय श्री राम! माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा आज अयोध्या राममंदिर का उद्घाटन और पवित्र प्राण प्रतिष्ठा समारोह का समापन सनातन धर्म के सभी अनुयायियों के लिए गर्व का क्षण है।''

 

सऊद ने कहा कि भगवान राम और माता सीता नेपाल और भारत के बीच "गहन सांस्कृतिक और सभ्यतागत जुड़ाव" का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा, ''उनके गुण और आदर्श हमें मानवता की सेवा की ओर ले जाते हैं।'' नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने भी इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी। उन्होंने मंगलवार को ‘एक्स' पर पोस्ट किया, "अयोध्या राममंदिर के उद्घाटन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को बधाई।

 

पवित्र प्राण प्रतिष्ठा समारोह सनातन धर्म के सभी अनुयायियों के लिए गर्व का क्षण है। जय श्री राम।'' माता सीता की जन्मस्थली नेपाल के जनकपुरधाम को सोमवार को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए सजाया गया था। मंदिर प्राधिकारियों ने जानकी मंदिर को मालाओं और फूलों से सजाया था। अयोध्या में राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' का जश्न मनाने के लिए लगभग 1.25 लाख मिट्टी के दीपक जलाए गए। माता सीता का दूसरा नाम जानकी है, जो जनकपुर के राजा जनक की पुत्री थीं। यह अयोध्या से 500 किलोमीटर पूर्व में स्थित है।  


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Content Writer

Tanuja

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