राजनाथ सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर'' पर कहा- रावलपिंडी में भी भारतीय सेना की ताकत महसूस की गई

punjabkesari.in Sunday, May 11, 2025 - 04:18 PM (IST)

नेशनल डेस्क: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने न केवल सीमा के पास पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर हमला किया, बल्कि उनकी ताकत रावलपिंडी में भी महसूस की गई, जहां पाकिस्तानी सेना का मुख्यालय स्थित है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले के जरिए कई महिलाओं की मांग का सिंदूर मिटाने वाली भारत विरोधी ताकतों और आतंकवादियों को दंडित किया है। रक्षा मंत्री लखनऊ के ‘उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर' में ‘ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटिग्रेशन एंड टेस्टिंग फैसिलिटी' का डिजिटल माध्यम से उद्घाटन करने के बाद संबोधित कर रहे थे। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, 300 करोड़ रुपये की लागत से बनी यह विनिर्माण इकाई‘उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर' का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह आत्मनिर्भर रक्षा विनिर्माण के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह विनिर्माण इकाई अंतरिक्ष और रक्षा क्षेत्र के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सामग्रियों का उत्पादन करेगी, जिनका उपयोग चंद्रयान मिशन और लड़ाकू विमानों में किया जाएगा।

रक्षा मंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की राजनीतिक, सामाजिक और रणनीतिक इच्छाशक्ति का प्रतीक है। पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में सात मई को तड़के पाकिस्तान और इसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया गया था। पाकिस्तानी हमलों के बाद की सभी जवाबी कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर' के तहत की गई। भारत और पाकिस्तान ने शनिवार को भूमि, वायु और समुद्र में सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई को तत्काल प्रभाव से रोकने के लिए सहमति बनने की घोषणा की। सिंह ने कहा कि पूरा देश ‘‘इस ऑपरेशन की सफलता के लिए भारतीय सेना को बधाई दे रहा है।'' उन्होंने कहा, ‘‘यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ इच्छाशक्ति और सैन्य शक्ति की क्षमता और संकल्प का प्रदर्शन है।''

रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘हमने दिखा दिया है कि जब भी भारत आतंकवाद के खिलाफ कोई कार्रवाई करेगा, तो सीमा पार की जमीन भी आतंकवादियों और उनके आकाओं के लिए सुरक्षित नहीं होगी।'' रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आम नागरिकों को कभी निशाना नहीं बनाया, लेकिन पड़ोसी देश ने भारत के असैन्य क्षेत्रों और मंदिरों, गुरुद्वारों और गिरजाघरों को निशाना बनाया। भारतीय सेना ने साहस एवं संयम का परिचय दिया तथा पाकिस्तान के कई सैन्य अड्डों पर हमला करके मुंहतोड़ जवाब दिया।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमने न केवल सीमा के निकट सैन्य ठिकानों पर कार्रवाई की, बल्कि भारतीय सेना की ताकत रावलपिंडी में भी महसूस की गई, जहां पाकिस्तानी सेना का मुख्यालय स्थित है।'' रक्षा मंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया ने भारत में आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने और करवाने के परिणामों को देख लिया है।

राजनाथ ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि नया भारत सीमा के दोनों ओर आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करेगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘उरी की घटना के बाद हमारी सेना ने पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की, पुलवामा हमले के बाद हमने बालाकोट हवाई हमले किए और अब दुनिया देख रही है कि पहलगाम हमले के बाद कैसे भारत ने पाकिस्तान में घुसकर कई हमले किए।'' उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार को एक बयान में कहा था कि ‘ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटिग्रेशन एंड टेस्टिंग फैसिलिटी' दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक का निर्माण करेगी, जिसकी रेंज 290 से 400 किलोमीटर होगी।

राज्य सरकार ने बयान में कहा कि साढ़े तीन साल में बनकर तैयार हुई लखनऊ स्थित ब्रह्मोस विनिर्माण इकाई 80 हेक्टेयर में फैली है। इसके लिए जमीन उत्तर प्रदेश सरकार ने निशुल्क उपलब्ध कराई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2018 में घोषित ‘उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर' में छह नोड हैं - लखनऊ, कानपुर, अलीगढ़, आगरा, झांसी और चित्रकूट - जहां रक्षा विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए बड़े निवेश किए जा रहे हैं। इसमें कहा गया कि तमिलनाडु के बाद ‘डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर' स्थापित करने वाला उत्तर प्रदेश दूसरा राज्य है। 


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News Editor

Rahul Rana

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