AC कोच में सवार यात्रियों के साथ ये 4 लोग कर रहे थे गुप-चुप शातिराना हरकत... दिल्ली पुलिस ने किया बेनकाब
punjabkesari.in Tuesday, Jul 08, 2025 - 02:09 PM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली में रेलवे परिसर और ट्रेनों में सक्रिय एक बड़े बैग चोर गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें चार शातिर अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं। ये गिरोह खासतौर पर ट्रेन के AC कोच में सवार यात्रियों के बैग चोरी करता था और चोरी का माल बड़ी चालाकी से बिहार तक पहुंचाता था। पुलिस की सतर्कता और तेज कार्रवाई ने कई बड़ी चोरी की वारदातों का खुलासा कर दिया है, जिससे रेलवे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल भी उठने लगे हैं। इस मामले में गिरफ्तार आरोपितों से कई चौंकाने वाले राज सामने आए हैं, जो इस गिरोह की मास्टरमाइंड योजना को उजागर करते हैं।
गिरोह की पूरी कहानी
पकड़े गए आरोपितों की पहचान अमित कुमार, करन कुमार, गौरव और पुनित महतो के रूप में हुई है, जो बिहार के बेगुसराय और वैशाली जिलों के रहने वाले हैं। ये लोग नियमित रूप से बिहार से ट्रेन के माध्यम से दिल्ली आते थे और रेलवे स्टेशन के आसपास स्थित होटल में कमरे लेकर चोरी के सामान को इकट्ठा करते थे। चोरी किया गया सामान निकालने के बाद वे इसे वापस बिहार भेज देते थे।
कई राज्यों में दर्ज हैं आरोप
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह अब तक 100 से अधिक चोरी की घटनाओं में शामिल रहा है। गौरव, जो इस गिरोह का एक सक्रिय सदस्य है, 2019 में हुए एक मामले में भगोड़ा घोषित था। वहीं अमित और करन के खिलाफ पहले भी एक-एक मामला दर्ज है, जबकि पुनित पर पांच से अधिक मामलों में मुकदमे चल रहे हैं। अन्य गिरोह के सदस्यों की तलाश अभी जारी है।
घटना की शुरुआत
माता वैष्णों देवी कटरा एक्सप्रेस की A-1 कोच से पांच बैग चोरी होने की शिकायत 3 जुलाई को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पुलिस को मिली थी। शिकायत के बाद तुरंत जांच शुरू की गई। थाने के प्रभारी विश्वनाथ पासवान ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली और आरोपितों की पहचान कर उनके ठिकानों पर छापेमारी की। पहाड़गंज के होटल क्रिस्टल से अमित, गौरव और करन को गिरफ्तार किया गया, जबकि पुनित को आनंद विहार रेलवे स्टेशन से दबोचा गया।
चोरी का तरीका और योजना
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे खासतौर पर ट्रेन के एसी कोच में सफर करने वाले यात्रियों के बैग चोरी करते थे। चोरों का निशाना अधिकतर काले और नीले रंग के बैग होते थे, ताकि वे सीसीटीवी कैमरों से बच सकें। चोरी के बाद ये लोग रेलवे स्टेशन के पीछे वाले गेट से निकलकर नजदीकी होटल पहुंचते थे, जहां वे खुद को कपड़ा कारोबारी बताकर संदिग्ध गतिविधियों से बचते थे। कीमती सामान निकालने के बाद बैग को किसी अन्य ट्रेन में रखकर वापस आ जाते थे।
चोरी का सामान छिपाने का तरीका
चोरों ने चोरी के बैगों को दिल्ली के बॉर्डर इलाके में किराए के कमरे में छुपा रखा था। वहां से कीमती सामान निकालने के बाद बैग को बेच दिया जाता था। पुलिस ने चोरी के कुल 16 बैग, दो मोबाइल फोन और लगभग 47 हजार रुपये नकद बरामद किए हैं।