AC कोच में चल रहा था बड़ा खेल, TTE ने जब पकड़ा तो..., यात्रियों को पता चलते ही मच गया बवाल
punjabkesari.in Friday, Jul 04, 2025 - 04:53 PM (IST)

नेशलन डेस्क: भारतीय रेलवे के एसी कोच में सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक चौंकाने वाली हकीकत सामने आई है। जो बेडरोल आप सफर के दौरान आराम से ओढ़ते-बिछाते हैं, क्या वो वाकई साफ होते हैं? ग्वालियर से गुजरने वाली ट्रेनों में ऐसा खेल चल रहा था जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। जब एक सतर्क TTE ने इस मामले को पकड़ा तो रेलवे के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। और जब ये बात यात्रियों तक पहुंची, तो ट्रेन के अंदर ही हंगामा मच गया। आखिर क्या है पूरा मामला? कैसे यात्रियों की सेहत के साथ किया जा रहा था खिलवाड़? पढ़िए इस एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में पूरी सच्चाई…
धोने के बजाय सीधे पैकिंग, यात्रियों को थमाया जा रहा गंदा सामान
ग्वालियर रेलवे स्टेशन परिसर में बनी मैकेनाइज्ड लांड्री का जब औचक निरीक्षण किया गया तो हैरान करने वाले दृश्य सामने आए। लांड्री में तीनों वॉशिंग मशीनें खराब पाई गईं और कर्मचारी चादरों को बिना धोए ही प्रेस कर रहे थे। इन गंदे कपड़ों को फिर बेडरोल पैकेट में डालकर ग्वालियर इंटरसिटी, बुंदेलखंड एक्सप्रेस और साबरमती जैसी ट्रेनों में भेजा जा रहा है। जब एक कर्मचारी से इस बारे में पूछा गया तो उसने भी यह स्वीकार किया कि कपड़े धोए नहीं जा रहे। साफ है कि यात्रियों को साफ-सफाई के नाम पर धोखा दिया जा रहा है।
यात्रियों में गुस्सा, स्वास्थ्य पर मंडरा रहा खतरा
जब बुंदेलखंड एक्सप्रेस में सफर कर रहे यात्रियों से इस विषय में बात की गई तो उन्होंने साफ कहा कि उन्हें मिलने वाली चादरें, टॉवल और पिलो कवर बदबूदार और गंदे होते हैं। यात्रियों ने बताया कि इस गंदगी से बीमारियां फैल सकती हैं और इससे उनके स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है। कई यात्रियों ने इस मामले की शिकायत रेलवे को भी की है लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इस पूरी लापरवाही के पीछे ग्वालियर की मैकेनाइज्ड लांड्री में ठेके पर काम कर रही एक प्राइवेट कंपनी जिम्मेदार है। रेलवे द्वारा लांड्री का संचालन निजी हाथों में सौंपा गया था लेकिन कंपनी की लापरवाही अब खुलकर सामने आ गई है। लांड्री में चादरें न सिर्फ बिना धोए प्रेस की जा रही हैं बल्कि उन्हें सीधे पैक कर ट्रेनों में सप्लाई किया जा रहा है। इससे यह भी सवाल उठता है कि रेलवे का निरीक्षण तंत्र कहां है?
सांसद ने जताई नाराजगी, डीआरएम को लिखेंगे चिट्ठी
इस पूरे मामले की जानकारी जब ग्वालियर के सांसद भारत सिंह कुशवाह को दी गई तो उन्होंने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह न केवल लापरवाही है बल्कि एक गंभीर अपराध है। सांसद ने भरोसा दिलाया कि वे इस बारे में रेलवे के डीआरएम को चिट्ठी लिखकर पूरे मामले की जांच की मांग करेंगे और दोषियों पर कार्रवाई सुनिश्चित कराएंगे।
कैमरे में कैद हुई लापरवाही की सच्चाई
यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो चुकी है। बेडरोल की पैकिंग, बिना धोए कपड़ों की प्रेसिंग और मशीनों की खराब हालत—सभी कुछ सामने आ चुका है। अब सवाल यह है कि रेलवे इस पर कब तक चुप रहेगा और क्या कोई ठोस कदम उठाया जाएगा?
यात्रियों की मांग – साफ-सफाई से कोई समझौता नहीं
यात्रियों की ओर से मांग की जा रही है कि सफाई और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर रेलवे को कोई समझौता नहीं करना चाहिए। अगर कोई ठेकेदार या कर्मचारी इस तरह की लापरवाही करता है तो उसके खिलाफ तुरंत और सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।