किसान-मजदूरों की आवाज दबाने वाले मीडिया पर राहुल गांधी ने सवाल उठाए
punjabkesari.in Monday, Jan 27, 2025 - 05:09 PM (IST)
नेशनल डेस्क: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में मीडिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि भारत में होने वाली असल समस्याओं को मीडिया द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है। राहुल गांधी के मुताबिक, मीडिया का ध्यान सिर्फ उन मुद्दों पर केंद्रित है जो अडानी और अंबानी जैसे बड़े उद्योगपतियों के फायदे में आते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि मीडिया के लोग, जो हर जगह कैमरा लिए घूमते हैं, वे किसानों, मजदूरों और बेरोजगार युवाओं की असल समस्याओं को सामने नहीं लाते। जबकि देश भर में किसानों की आत्महत्याएं, मजदूरों की हालत और बेरोजगारी का संकट बढ़ रहा है, मीडिया इन मुद्दों को छोड़कर सिर्फ अडानी और अंबानी की शादियां, उनके व्यापार और अन्य मनोरंजन की खबरों को बढ़ा-चढ़ा कर दिखाता है।
मीडिया का अडानी-अंबानी के पक्ष में झुकाव
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मीडिया अडानी और अंबानी के प्रभाव में है और वे अपनी नौकरी इसी दबाव में करते हैं। उनका कहना था कि यदि किसान मर रहे हैं, यदि मजदूरों की हालत खराब है, तो मीडिया को कोई फर्क नहीं पड़ता। बजाय इसके कि मीडिया जनता के मुद्दों को उठाए, वह अपने मालिकों के हितों को बढ़ावा दे रहा है।
ये जो मीडिया के लोग कैमरा लिए घूम रहे हैं- ये आपके नहीं हैं, ये अडानी-अंबानी का मीडिया है।
— Congress (@INCIndia) January 27, 2025
• आप भूखे मर जाएं
• आपके बच्चे भूखे मर जाएं
• किसान आत्महत्या कर लें
लेकिन मीडिया को कोई फर्क नहीं पड़ेगा, ये अडानी-अंबानी की शादी दिखाएंगे।
ये मीडिया वाले उनके हैं, उनकी नौकरी… pic.twitter.com/FyqPoMGzab
अफगानिस्तान और पाकिस्तान की बजाय भारत की समस्याएं क्यों नहीं?
राहुल गांधी ने एक और गंभीर सवाल उठाया, जो मीडिया के अफगानिस्तान और पाकिस्तान पर ज्यादा ध्यान देने पर था। उन्होंने कहा कि मीडिया को भारत की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन मीडिया हमेशा अफगानिस्तान और पाकिस्तान की खबरों पर ज्यादा जोर देता है। भारत के किसानों, मजदूरों और बेरोजगारों की समस्याओं की अनदेखी की जा रही है, जो सीधे तौर पर हमारे समाज को प्रभावित कर रही हैं।
क्यों उठाया राहुल गांधी ने ये सवाल?
राहुल गांधी के बयान ने देश में मीडिया के कामकाजी तौर-तरीकों पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि जब तक मीडिया इस तरह से पक्षपाती रहेगा, तब तक देश की असल समस्याओं को हल करने में कोई मदद नहीं मिलेगी। वह चाहते हैं कि मीडिया को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और जनता के मुद्दों को प्राथमिकता देनी चाहिए।