'चुनाव आयोग के डेटा पर साइन क्यों करुं, ये EC का ही डेटा है...' ECI के नोटिस पर भड़के राहुल गांधी

punjabkesari.in Monday, Aug 11, 2025 - 07:18 PM (IST)

नेशनल डेस्क : बिहार में मतदाता सूची संशोधन और कथित 'वोट चोरी' के खिलाफ विपक्षी दलों ने सोमवार को संसद से चुनाव आयोग तक मार्च निकाला। इस मार्च में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई विपक्षी सांसद शामिल हुए। हालांकि, संसद मार्ग पर पुलिस ने बैरिकेड लगाकर उन्हें बीच में ही रोक दिया और सभी को हिरासत में ले लिया, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।

राहुल गांधी का चुनाव आयोग पर तीखा हमला
मार्च के दौरान मीडिया द्वारा चुनाव आयोग से मिले नोटिस को लेकर सवाल पूछे जाने पर राहुल गांधी ने तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा,
"ये चुनाव आयोग का डेटा है, मेरा डेटा थोड़ी है जो मैं साइन करूं। हमने आपको ही दिया है, आप अपनी वेबसाइट पर डाल दीजिए, सबको पता लग जाएगा। ये सिर्फ बेंगलुरु में नहीं, देश के अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों में हुआ है। चुनाव आयोग जानता है कि उसका डेटा फटेगा, इसलिए उसे कंट्रोल और छिपाने की कोशिश हो रही है।"

चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस
गौरतलब है कि कर्नाटक की वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के राहुल गांधी के आरोपों के बाद चुनाव आयोग ने सख्त रुख अपनाया है। आयोग ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर कहा है कि उन्होंने मतदाताओं के नाम, पते और पहचान में धांधली के जो आरोप लगाए हैं, उनके साक्ष्य शपथ पत्र के साथ प्रस्तुत करें। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो अपने बयान वापस लें और जनता को गुमराह करना बंद करें।

VIDEO | Leader of Opposition in the Lok Sabha and Congress MP Rahul Gandhi, when asked about the Election Commission’s request for him to sign an oath/affidavit over his allegation of 'vote theft', says, "Why should I sign an oath? This is their data, not mine. They should take… pic.twitter.com/usAuenQjX5

— Press Trust of India (@PTI_News) August 11, 2025

सड़क पर उतरे विपक्षी सांसद
संसद मार्ग पर पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद कई सांसद सड़क पर ही बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। इस दौरान टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा, कांग्रेस सांसद संजना जाटव और जोठिमणि समेत कई महिला सांसद बैरिकेड पर चढ़ गईं और चुनाव आयोग के खिलाफ नारे लगाए। सभी को पुलिस ने हिरासत में लेकर संसद मार्ग थाने ले गई, जहां कुछ समय बाद उन्हें रिहा कर दिया गया।

राहुल गांधी ने कहा,
"यह लड़ाई राजनीतिक नहीं है, बल्कि संविधान बचाने की है। यह ‘वन मैन, वन वोट’ के सिद्धांत के लिए है। हम एक पारदर्शी और निष्पक्ष मतदाता सूची चाहते हैं।"
उन्होंने आरोप लगाया कि कर्नाटक के एक विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की रिसर्च में एक लाख से अधिक फर्जी वोट पाए गए हैं और चुनाव आयोग इस सच्चाई को छिपा रहा है।


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Content Editor

Shubham Anand

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