शादी के 40 दिन बाद INS विक्रमादित्य पर पति शहीद, प्रोफेसर पत्नी अब आर्मी में बनेंगी अफसर

punjabkesari.in Monday, Dec 21, 2020 - 06:46 PM (IST)

नेशनल डेस्कः नौसेना के विमानवाहक जहाज आईएनएस विक्रमादित्य में अप्रैल 2019 के अग्निकांड में लपटों पर काबू पाने के अभियान का बहादुरी से नेतृत्व करने के दौरान लेफ्टिनेंट कमांडर धर्मेंद्र सिंह चौहान ने जब आखिरी सांस ली, तब उनकी शादी को महज डेढ़ महीने बीते थे। इस हादसे के बाद चौहान की नवविवाहिता पत्नी करुणा (30) को यूं लगा जैसे उन्होंने सबकुछ गंवा दिया है। लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने हिम्मत जुटाई और अपने दिवंगत पति के पदचिन्हों पर चलते हुए सैन्य बलों में शामिल होने की तैयारी शुरू की।

उन्होंने सोमवार को बताया कि वह अपने दूसरे प्रयास में वीर नारी (शहीद सैन्य कर्मियों की विधवा) श्रेणी में थल सेना के शॉर्ट सर्विस कमीशन (तकनीकी) के लिए चुनी गई हैं। उन्हें 11 महीने के प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के लिए चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में सात जनवरी 2021 को आमद देने के लिए कहा गया है।

करुणा ने कहा, "मुझे अपने पति की शहादत पर गर्व है। मैं फौजी वर्दी पहनकर महसूस करना चाहती हूं कि इस पोशाक में आखिर ऐसा क्या है जो मेरे पति जैसे सैनिकों में देश के लिए जान तक कुर्बान करने का अदम्य जज्बा जगा देता है?" खाद्य तकनीकी में एम. टेक. की उपाधि हासिल करने वाली 30 वर्षीय महिला ने बताया कि उन्होंने आगरा के दयालबाग एजुकेशनल इंस्टीट्यूट में सहायक प्रोफेसर की नौकरी से शनिवार को इस्तीफा दे दिया है और अब वह बतौर सैन्य अधिकारी अपनी अगली पारी के लिए एकदम तैयार हैं।

सैन्य बलों में भर्ती के साक्षात्कार के लिए करुणा को इंदौर से तैयारी कराने वाले फौज के अवकाशप्राप्त कर्नल निखिल दीवानजी ने बताया कि कोविड-19 के लॉकडाउन के दौरान हालांकि इस तैयारी पर असर पड़ा। फिर भी उन्होंने ऑनलाइन माध्यमों की मदद लेते हुए उन्हें इसमें कामयाबी के गुर सिखाए। दीवानजी ने बताया कि सैन्य प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद करुणा को लेफ्टिनेंट का ओहदा दिया जाएगा।

मूलत: उत्तर प्रदेश के आगरा की रहने वाली करुणा की शादी 10 मार्च 2019 को मध्यप्रदेश के रतलाम निवासी लेफ्टिनेंट कमांडर धर्मेन्द्र सिंह चौहान के साथ हुई थी। आईएनएस विक्रमादित्य में 26 अप्रैल 2019 को अग्निकांड के दौरान नौसेना के 30 वर्षीय अफसर की मौत हो गई थी। तब यह जहाज कर्नाटक के कारवार में बंदरगाह में प्रवेश कर रहा था। करुणा ने बताया, "जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला मेरी शादी से कुछ दिन पहले ही हुआ था। शादी के बाद मेरे पति आईएनएस विक्रमादित्य पर दोबारा तैनात हो गए थे और हम केवल 15 दिन साथ गुजार सके थे।" वह याद करती हैं, "मैं मई 2019 में अपने पति के साथ रहने के लिए कारवार जाने वाली थी। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था


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Yaspal

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