ऑफ द रिकॉर्डः शरद पवार की राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा को हवा देने वालों को प्रियंका ने ‘चाय पर चर्चा से

punjabkesari.in Wednesday, Jan 13, 2021 - 05:35 AM (IST)

नई दिल्लीः महाराष्ट्र के महाबली राजनेता और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार में अचानक राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा उभरने और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यू.पी.ए.) के अध्यक्ष का वास्तविक ताज पहने बिना विपक्षी दलों के एकता अभियान में कूद पडऩे के पीछे एक दिलचस्प कहानी है। 
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यह राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद हैं जिन्होंने शरद पवार को यह कहा कि वह महाराष्ट्र से निकलें और राष्ट्रीय स्तर पर भूमिका निभाएं। शरद पवार पहले भी कई बार इस तरह की कोशिश करके अपनी उंगलियां जला चुके हैं, इसलिए वह इससे हिचकिचा रहे थे। आजाद के बाद कई और बागी कांग्रेस नेताओं ने शरद पवार से इसी तरह की बात की। 
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उधर, प्रियंका गांधी को इस बात की हवा लगते ही उन्होंने आजाद, आनंद शर्मा और अन्य बागी नेताओं को साधने की कोशिश शुरू कर दी। प्रियंका ने उन्हें एक-एक करके अपने सुजान सिंह पार्क आवास पर चाय पर खुलकर बात करने के लिए कहकर बुलाया। इन बैठकों में प्रियंका ने इन नेताओं से इतने आश्वस्त ढंग से बात की कि वे पिघल गए और सोनिया गांधी से मुलाकात कर सभी मसलों का समाधान करने के लिए राजी हो गए। 
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सूत्रों का कहना है कि इन नेताओं ने राहुल गांधी से मुलाकात करने से इंकार कर दिया। उन्होंने तर्क दिया कि चूंकि राहुल अपने दौरों पर रहेंगे इसलिए उनसे बातचीत की कोई सार्थकता नहीं है। परंतु प्रियंका ने कहा कि उनके भाई राहुल सिर्फ पार्टी को मजबूत करना चाहते हैं और उनका कोई पद लेने का इरादा नहीं है। प्रियंका को एक बात और चुभ रही है कि कांग्रेस के बागी नेताओं ने सार्वजनिक रूप से राहुल गांधी को अनदेखा करना शुरू कर दिया है। 

राहुल गांधी जब अहमद पटेल के अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास पर गए थे तो वहां मौजूद आनंद शर्मा और भूपेन्द्र सिंह हुड्डा राहुल को देखकर उन्हें सम्मान दिखाने के लिए न तो खड़े हुए और न ही उन्हें दुआ-सलाम किया। अब बागी नेता गांधी परिवार की बात मानेंगे या पवार अपनी राष्ट्रीय आकांक्षाएं पूरी कर पाएंगे, यह तो समय बताएगा परंतु प्रियंका ने अपना काम पूरा कर दिया।  


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Pardeep

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