बिहार के सीएम की गाड़ी का पॉल्यूशन फेल, विपक्ष ने उठाए सवाल

punjabkesari.in Wednesday, Nov 20, 2024 - 09:49 AM (IST)

नॅशनल डेस्क। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकारी गाड़ी नियमों का उल्लंघन करती पाई गई है। इस गाड़ी का पॉल्यूशन सर्टिफिकेट 4 अगस्त 2024 को खत्म हो चुका है, लेकिन इसके बावजूद यह गाड़ी सड़कों पर चल रही है। यह मामला तब सामने आया जब मुख्यमंत्री रोहतास जिले के करहगर प्रखंड के कुसही बेतिया गांव में डीएम दिनेश कुमार राय के पिता की पुण्यतिथि में शामिल होने पहुंचे।

पहले भी हो चुका है नियमों का उल्लंघन

यह पहली बार नहीं है जब मुख्यमंत्री की गाड़ी पर सवाल उठे हैं। इससे पहले, 23 फरवरी 2024 को इस गाड़ी का चालान सीट बेल्ट न लगाने के लिए किया गया था। चालान की राशि 1000 रुपये थी, लेकिन अब तक यह जुर्माना भरा नहीं गया है।

परिवहन विभाग पर उठे सवाल

बिहार में परिवहन विभाग इन दिनों सख्ती से वाहन चेकिंग अभियान चला रहा है। अगर आम लोगों के वाहनों में जरा भी कमी पाई जाती है, तो तुरंत चालान काटा जाता है। ऐसे में सवाल उठता है कि मुख्यमंत्री की गाड़ी का पॉल्यूशन सर्टिफिकेट खत्म होने पर क्या उस पर भी जुर्माना लगाया जाएगा?

विपक्ष और समाजसेवियों की प्रतिक्रिया

आरजेडी नेता विमल कुमार ने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री की गाड़ी का पॉल्यूशन फेल है। जबकि आम जनता पर बिना वजह जुर्माना लगाया जा रहा है। यह सुशासन के दावे को झूठा साबित करता है।"

समाजसेवी आशुतोष कुमार ने भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "अगर यही गलती किसी आम व्यक्ति ने की होती, तो तुरंत चालान कट जाता। मुख्यमंत्री की गाड़ी पर भी जुर्माना लगाना चाहिए। यह कानून का समानता सिद्धांत है।"

क्या होगी आगे की कार्रवाई?

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मुख्यमंत्री की गाड़ी पर परिवहन विभाग कोई कार्रवाई करता है या नहीं। यदि इस पर जुर्माना नहीं लगाया जाता, तो यह सवाल खड़ा करेगा कि क्या कानून केवल आम जनता के लिए है?

अंत में बता दें कि इस घटना ने बिहार में कानून-व्यवस्था और नियमों के पालन पर एक नई बहस शुरू कर दी है। क्या राज्य सरकार इस मामले में गंभीरता दिखाएगी या इसे नजरअंदाज कर देगी, यह आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Rahul Rana

Related News