राजस्थानः स्कूली किताबों में पढ़ाई जाएंगी PM की योजानाएं, इस वजह से खड़ा हो सकता है विवाद

punjabkesari.in Tuesday, Apr 18, 2017 - 02:53 PM (IST)

जयपुरः राजस्थान के सरकारी सेंकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में सिलेबस में कुछ बदलाव किया जा रहा है। यहां अब पढाई में एक नए विषय के तौर पर सामाजिक रूप से प्रासंगिक को शामिल किया गया है। ये विषय सरकार की ओर से शुरू किया गया है जिसमें सरकार के कामों का भी उल्लेख किया गया है। किताब में केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में बताया गया है। वहीं, यह विषय हिंदी में होगा। इन किताबों में कुछ ऐसी बातें लिखी हैं जो विवाद का विषय बन सकती हैं। किताब में शारीरिक गुणों में अच्छी लंबाई और सुंदर रंग वांछित बताया गया है। किताब में पीएम की सभी घोषणाओं के बारे में विस्तार से बताते हुए “स्वच्छ भारत” की शपथ के “हर शब्द को अपने अंदर जज्ब” कर लेने का निर्देश दिया गया है।

राजस्थान की कक्षा 12 की किताब में स्किल डवैल्पमेंट्स के अध्याय में सफल एंटरप्रेन्योर बनने के लिए उत्तम स्वास्थ्य, प्रभावशाली व्यक्तित्व, अच्छी ऊंचाई, सुंदर रंग, शालीनता, गंभीरता” का जिक्र किया गया है। राज्य के स्कूलों में कक्षा नौ से 12 तक चार भागों में समाजोपयोगी योजनाएं पुस्तक श्रृंखला की किताबें पढ़ाई जा रही हैं। हर किताब में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं पर केंद्रित चार अध्याय हैं।

ये योजनाएं हैं- स्वच्छ भारत अभियान, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, मुख्यमंत्री जल स्वालंबन योजना और भामाशाह योजना। राज्य सरकार द्वारा की जाने वाली वित्तीय मदद वाले अध्याय में बताया गया है कि भामाशाह ने महाराणा प्रताप की आर्थिक मदद की थी। सरकारी स्कूल के टीचरों के सात सदस्यीय दल द्वारा तैयार की गई किताबों का बड़ा हिस्सा पीएम मोदी और सीएम वसुंधरा की घोषणाओं और योजनाओं के बारे में है।


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