रामनवमी पर PM मोदी की बड़ी सौगात, भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज 'पंबन रेल पुल' का किया उद्घाटन
punjabkesari.in Sunday, Apr 06, 2025 - 04:36 PM (IST)

नेशनल डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रामनवमी के दिन रामेश्वरम में भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज पंबन रेल पुल का उद्घाटन किया। इस पुल का निर्माण 550 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है और इसकी नींव पीएम मोदी ने 2019 में रखी थी। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद थे लेकिन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हुए।
पीएम मोदी ने उद्घाटन के बाद एक पोस्ट में कहा, "कुछ समय पहले श्रीलंका से लौटते समय मुझे राम सेतु के दर्शन का सौभाग्य मिला। यह संयोग था कि उसी वक्त अयोध्या में सूर्य तिलक हो रहा था। यह दोनों दिव्य दर्शन मेरे लिए बहुत आशीर्वादपूर्ण थे। प्रभु श्रीराम हम सभी को जोड़ने वाली शक्ति हैं। उनकी कृपा हम सभी पर हमेशा बनी रहे।"
On the way back from Sri Lanka a short while ago, was blessed to have a Darshan of the Ram Setu. And, as a divine coincidence, it happened at the same time as the Surya Tilak was taking place in Ayodhya. Blessed to have the Darshan of both. Prabhu Shri Ram is a uniting force for… pic.twitter.com/W9lK1UgpmA
— Narendra Modi (@narendramodi) April 6, 2025
इस पुल के निर्माण में उन्नत तकनीक का इस्तेमाल किया गया है जो यात्रियों के लिए सुविधाजनक और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देने वाला होगा। यह पुल वर्टिकल लिफ्ट टेक्नोलॉजी पर आधारित है जिससे बड़ी नावों को बिना ट्रेन सेवाओं को रोके गुजरने में मदद मिलती है।
पंबन रेल पुल 2.08 किलोमीटर लंबा है और इसमें 99 स्पैन और 72.5 मीटर का वर्टिकल लिफ्ट स्पैन है जो 17 मीटर तक ऊपर उठ सकता है। इस पुल से रेलवे ट्रेनों का संचालन बिना किसी रुकावट के जारी रह सकेगा।
#WATCH | Rameswaram, Tamil Nadu: PM Narendra Modi inaugurates New Pamban Bridge - India’s first vertical lift sea bridge and flags off Rameswaram-Tambaram (Chennai) new train service, on the occasion of #RamNavami2025
— ANI (@ANI) April 6, 2025
(Source: DD) pic.twitter.com/VjnOwt4Rpj
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर रामेश्वरम और तांबरम के बीच एक नई ट्रेन सेवा को भी हरी झंडी दिखाई जिससे क्षेत्रीय संपर्क को और मजबूती मिलेगी और यात्रियों को सुविधाजनक यात्रा का अनुभव होगा।
बता दें कि यह पुल 2019 में शिलान्यास के बाद 5 साल में बनकर तैयार हुआ और अब यह भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है।