SCO सम्मेलन: PM मोदी ने जिनपिंग से कहा, मौजूदा हालात में पाकिस्तान से वार्ता संभव नहीं
punjabkesari.in Thursday, Jun 13, 2019 - 09:19 PM (IST)
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोगी संगठन;एससीओद्ध शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए किर्गिस्तान के बिश्केक गुरुवार को पहुंच गए। पीएम मोदी बिश्केक में 13.14 जून को शंघाई सहयोगी संगठन;एससीओद्ध शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। किर्गिस्तान के बिश्केक में आज से दो दिवसीय शंघाई सहयोग संगठन ;एससीओद्ध सम्मेलन आयोजित हो रहा है। SCO समित से इतर पीएम मोदी चीन ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने द्विपक्षीय वार्ता की। पीएम मोदी
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ भी द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे।
भारत को पाकिस्तान के साथ बातचीत करनी चाहिए:जिनपिंग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिनपिंग से कहा कि पाकिस्तान के साथ भारत के संबंध तब तक नहीं सुधरेंगे जब तक कि यह ;पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ ठोस कारर्वाई नहीं करता। मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई बातचीत में भारत-पाकिस्तान के संबंधों के बारे में भी चर्चा हुई। इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान शंघाई सहयोग परिषद की बैठक में हिस्सा लेने के लिए किर्गिज़ राजधानी पहुंचे। चीनी मीडिया में ऐसी ख़बरें थीं कि भारत को पाकिस्तान के साथ बातचीत करनी चाहिए जो वर्ष 2016 से ही स्थगित है। चीन और पाकिस्तान प्रमुख रणनीतिक सहयोगी भागीदार और मजबूत मित्र हैं।
विदेश सचिव विजय गोखले के अनुसार पाकिस्तान को लेकर मोदी और जिनपिंग के बीच संक्षिप्त चर्चा हुई और प्रधानमंत्री ने कहा कि इस्लामाबाद को आतंकवाद के खिलाफ ठोस कारर्वाई करनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने याद किया कि उन्होंने इस संबंध में प्रयास भी किए थे और इन प्रयासों को पटरी से उतार दिया गया। उन्होंने कहा पाकिस्तान को आतंक से मुक्त वातावरण बनाने की आवश्यकता है और इस स्तर पर हम ऐसा होते नहीं देखते हैं। हमें उम्मीद है कि वह ठोस कारर्वाई करेगा। पाकिस्तान से आई खबरों में कहा गया कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने पिछले शुक्रवार को मोदी को पत्र लिखकर दोनों देशों के बीच सभी लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए बातचीत का अनुरोध किया था।
मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी के साथ अपनी बैठक को अत्यंत उत्साहवर्द्धक बताया और कहा कि वार्ता में भारत-चीन संबंधों के पूर्ण विस्तार शामिल हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को बेहतर बनाने के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे। गोखले ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने नोट किया कि दोनों पक्षों के बीच रणनीतिक संपर्क में सुधार हुआ है और जिसका गहरे साझेदारी में सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। उस संदर्भ में दोनों देश भारत में बैंक ऑफ चाइना शाखा खोलने और मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित करने के मुद्दे जैसे लंबे समय से लंबित मुद्दों को हल करने में सक्षम हैं। गोखले ने कहा कि व्यापार असंतुलन का मुद्दा भी वार्ता में सुलझा।
The SCO Summit will be followed by the bilateral component of the visit to Kyrgyz Republic on 14 June. PM @narendramodi will have delegation-level talks with President Jeenbekov and jointly inaugurate the India-Kyrgyz Business Forum with Kyrgyz President. pic.twitter.com/PM6ZhL9naK
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) June 13, 2019
लहराया उलटा तिरंगा
बिश्केक में मोदी के पहुंचने से पहले सड़क किनारे भारत का राष्ट्रीय ध्वज उलटा लगा हुआ दिखाई दिया। बिश्केक की सड़क किनारे कई जगहों पर अलग-अलग देशों के राष्ट्रीय ध्वज लगाए गए थे, जिसमें कुछ जगहों पर भारत का राष्ट्रीय ध्वज भी लगा था, वह उलटा था। केसरी की जगह हरा रंग ऊपर किया गया था। वहां रह रहे भारतीय छात्रों ने जब उलटा तिरंगा लहराते हुए देखा तो बिश्केक प्रशासन से इसकी शिकायत की। इस पर बिश्केक अधिकारियों ने अपनी गलती सुधारते हुए तिरंगे को सीधा किया।
बता दें कि SCO शिखर सम्मेलन से इतर पीएम मोदी किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव के साथ भी द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इस दौरान वे ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी से भी मुलाकात करेंगे। सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी और हसन रुहानी के बीच विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।