कैथोलिक चर्च  में PM मोदी ने जर्मनी क्रिसमस बाजार हमले का किया जिक्र, बोले- "मुझे बेहद दुख होता जब…" बाइबिल की "आशा" पर दिया जोर

punjabkesari.in Tuesday, Dec 24, 2024 - 05:40 PM (IST)

Internatonal Desk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जर्मनी के क्रिसमस बाजार में हाल ही में हुए हमले पर गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया (CBCI) के एक कार्यक्रम में समाज में बढ़ती हिंसा पर अपनी चिंता जाहिर की। पीएम मोदी ने कहा, "कुछ दिन पहले हमने देखा कि जर्मनी के क्रिसमस बाजार में क्या हुआ। 2019 में श्रीलंका के चर्चों पर हमला हुआ था। मैं उन हमलों में मारे गए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि देने कोलंबो गया था। ऐसी चुनौतियों से निपटने के लिए हमें एकजुट होकर काम करना होगा।" बता दें कि गत दिनों क्रिसमस बाजारों में खरीदारी के दौरान जर्मनी में एक सऊदी डॉक्टर ने अपनी बीएमडब्ल्यू कार भीड़ पर चढ़ा दी। इस हमले में  पांच लोगों की मौत  हो गई और कई अन्य घायल हो गए।

 

इस घटना ने दुनियाभर में डर और आक्रोश पैदा कर दिया।पीएम मोदी ने अपने भाषण में प्रभु मसीह की शिक्षाओं का जिक्र करते हुए कहा,  "प्रभु मसीह प्रेम, सद्भाव और भाईचारे का संदेश देते हैं। हमें इन मूल्यों को मजबूत करने के लिए काम करना चाहिए। जब समाज में हिंसा और विघटन फैलाने की कोशिश की जाती है, तो मुझे बेहद दुख होता है।"  प्रधानमंत्री ने बाइबिल में उल्लिखित "आशा" के संदेश पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा,  "यही आशा भारत को गरीबी कम करने और नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में मदद कर रही है। आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। आशा और सकारात्मक सोच के साथ, भारत और भी आगे बढ़ेगा।" PAO के मुताबिक, ‘यह पहली बार है जब कोई प्रधानमंत्री भारत के कैथोलिक चर्च के हेडक्वार्टर में इस तरह के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं।’

 

प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की नीति  "सबका साथ, सबका विकास" को ईसाई शिक्षाओं से जोड़ते हुए कहा,  "बाइबिल कहती है, एक-दूसरे का बोझ उठाओ। ईसा मसीह ने दया और सेवा का जो आदर्श प्रस्तुत किया है, वह हमें एक बेहतर समाज बनाने की प्रेरणा देता है।" पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस के साथ अपनी मुलाकातों का उल्लेख करते हुए कहा,  "जी7 शिखर सम्मेलन में मेरी पोप फ्रांसिस से मुलाकात हुई थी। यह पिछले तीन साल में हमारी दूसरी मुलाकात थी। मैंने उन्हें भारत आने का निमंत्रण भी दिया है।" प्रधानमंत्री ने कहा कि हिंसा फैलाने वाले तत्वों को रोकने और समाज में शांति बनाए रखने के लिए सभी को एकजुट होना होगा। उन्होंने कहा,  "ऐसी घटनाएं इंसानियत को कमजोर करती हैं। हमें मिलकर इन चुनौतियों का सामना करना होगा और प्रेम व सद्भाव का संदेश देना होगा।" यह कार्यक्रम भारत में शांति और एकता को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण प्रयास था, जिसमें प्रधानमंत्री ने सामाजिक मूल्यों और वैश्विक शांति के लिए प्रतिबद्धता दोहराई।


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Content Writer

Tanuja

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