गांवों को नई उड़ान, पीएम मोदी ने किया Grameen Bharat Mahotsav 2025 का भव्य उद्घाटन
punjabkesari.in Saturday, Jan 04, 2025 - 03:02 PM (IST)
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नई दिल्ली के भारत मंडपम में 'ग्रामीण भारत महोत्सव 2025' का उद्घाटन किया। इस अवसर पर नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (NABARD) के चेयरपर्सन शाजी केवी ने पीएम मोदी का स्वागत किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने ग्रामीण भारत के विकास और सशक्तिकरण पर सरकार के प्रयासों को रेखांकित किया।
पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा, "जिन्हें किसी ने नहीं पूछा, उन्हें मोदी ने पूजा है। 2014 से मेरी सरकार लगातार ग्रामीण भारत की सेवा और सशक्तिकरण के लिए कार्यरत है।" उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं को पहुंचाने और लोगों को सम्मानजनक जीवन देने के लिए सरकार विशेष योजनाएं चला रही है।
ग्रामीण गरीबी में ऐतिहासिक गिरावट
प्रधानमंत्री ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की हालिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 2012 में ग्रामीण गरीबी दर करीब 26 प्रतिशत थी, जो 2024 में घटकर 5 प्रतिशत से भी कम रह गई है। उन्होंने कहा, "यह बदलाव पहले भी लाया जा सकता था, लेकिन पिछली सरकारों ने इसे नजरअंदाज किया। हमारी सरकार ने ग्रामीण विकास को प्राथमिकता दी है।"
गांवों में बुनियादी सुविधाएं और योजनाएं
पीएम मोदी ने बताया कि उनकी सरकार का दृष्टिकोण ग्रामीण भारत को सशक्त बनाना, लोगों को अवसर प्रदान करना और प्रवासन को रोकना है। इसके तहत बुनियादी सुविधाओं की गारंटी के लिए विशेष अभियान चलाए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कृषि ऋण की राशि पिछले एक दशक में 3.5 गुना बढ़ाई गई है।
किसानों और कारीगरों के लिए योजनाएं
पीएम मोदी ने किसानों के लिए सब्सिडी और स्थिर खाद्य कीमतों की बात की। उन्होंने बताया कि DAP खाद की कीमतें स्थिर रखने के लिए सरकार ने सब्सिडी बढ़ाई है। पीएम किसान योजना के तहत लगभग 3 लाख करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता किसानों तक पहुंचाई गई है। इसके अलावा, कारीगरों के लिए 'पीएम विश्वकर्मा योजना' शुरू की गई है, जिससे लाखों लोगों को आगे बढ़ने का अवसर मिला है।
बचपन के अनुभवों से मिली प्रेरणा
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक छोटे शहर में पले-बढ़े होने के कारण उन्हें ग्रामीण भारत की समस्याओं और संभावनाओं का प्रत्यक्ष अनुभव है। उन्होंने कहा, "कड़ी मेहनत के बावजूद ग्रामीण लोग सीमित संसाधनों के कारण अवसरों तक पहुंचने में संघर्ष करते हैं, लेकिन हमारी सरकार इस स्थिति को बदलने के लिए काम कर रही है।"
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा
पीएम मोदी ने यह भी बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पारंपरिक कला और कौशल को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजनाएं लागू की गई हैं। इससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा हुए हैं।