कभी गहरे दोस्त थे PM मोदी और तोगड़िया, ऐसे आई रिश्तों में दरार

punjabkesari.in Tuesday, Jan 16, 2018 - 01:21 PM (IST)

नेशनल डेस्क: विश्व हिंदू परिषद के नेता प्रवीण तोगड़िया के अचानक लापता होने से हडकंप मच गया। करीब 11 घंटे तक गायब रहने के बाद तोगड़िया बेहोशी की हालत में मिले। मंगलवार को उन्होंने अपने लापता होने का राज खोलते हुए कहा कि मेरे एनकाउंटर की साजिश हो रही है, मेरी आवाज को दबाया जा रहा है। हालांकि उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि वह किसी से डरने वाले नहीं हैं लेकिन उन्हे डराने की कोशिश हो रही है। 
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स्कूटर पर साथ घूमते थे दोनों 
तोगड़िया के इस बयान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनके तनावपूर्ण संबंधों की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है। दोनों के संबंधों में पिछले 15 वर्षों से कड़वाहट चल रही है। सूत्रों के अनुसार एक वक्त ऐसा भी था जब पीएम मोदी और तोगड़िया गहरे दोस्त हुआ करते थे और दोनों एक ही स्कूटर से आरएसएस कार्यकर्ताओं से मिलने जाया करते थे। एक ही विचारधारा के दोनों लोगों ने काफी वक्त तक एक साथ संघ के लिए काम किया लेकिन वर्ष 2002 में मोदी के गुजरात का मुख्यमंत्री बनते ही दोनों के संबंधों में कड़वाहट आ गई।
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तोगड़िया ने मोदी का किया था विरोध 
यह विवाद तब और बढ़ गया जब मोदी सरकार ने गांधीनगर में 200 मंदिरों को ढहा दिया और मोहम्मद अली जिन्ना पर लाल कृष्ण आडवाणी के बयान के बाद प्रदर्शन कर रहे वीएचपी कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया। यहीं से तोगड़िया ने मोदी का खुले तौर पर विरोध शुरू किया था। उन्होंने वर्ष 2011 में मुसलमानों के लिए 'सद्भावना' संदेश का काफी मजाक उड़ाया और कहा कि उन्होंने छवि बदलने के लिए 'हिंदुत्व' छवि का त्याग कर दिया है। 
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भाजपा और आरएसएस ने तोगड़िया के खिलाफ रची साजिश
इसलिए जब तोगड़िया लापता हुए थे तो विहिप के कुछ नेताओं ने कहा कि उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है। सूत्रों ने बताया कि आरएसएस और भाजपा दोनों ही चाहते थे कि वीएचपी तोगड़िया को मुक्त करें ताकि वे संघ के बैनर तले नए कार्यक्रम शुरू कर सकें। तोगड़िया ने इसका कड़ा विरोध किया था जिसके फलस्वरूप उनके खिलाफ पुराने मामलों में कार्रवाई तेज कर दी गई। जिन्हे लेकर ही वे पिछले काफी वक्त से तनाव में थे।


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