राहुल गांधी के बयान पर संसद में हंगामा, पीयूष गोयल बोले- सदन में आकर देश के लोगों से माफी मांगे
punjabkesari.in Monday, Mar 13, 2023 - 02:53 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत में लोकतंत्र को खतरे के संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा लंदन में दिए गए एक बयान को लेकर सोमवार को राज्यसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। सदन के नेता पीयूष गोयल ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि विपक्ष के एक नेता ने विदेशी धरती से ‘‘शर्मनाक तरीके'' से भारत के लोकतंत्र के बारे में ‘‘अनाप-शनाप'' बातें की हैं। उन्होंने कहा, ‘‘विपक्षी नेता ने भारत, भारत की सेना, भारत के लोकतंत्र, मीडिया, न्यायपालिका, निर्वाचन आयोग का अपमान किया है। उन्होंने लोकतंत्र को चोट पहुंचाई है।'' गोयल ने कहा कि इसके लिए विपक्षी नेता को सदन में आकर देश से माफी मांगनी चाहिए।
देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए
गोयल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के खिलाफ कांग्रेस नेता के बयानों का जिक्र करते हुए कहा कि गांधी ने एक सामाजिक कल्याण संगठन के बारे में भी ‘‘गलत'' आरोप लगाए। यह उल्लेख करते हुए कि पूरी दुनिया भारत और उसके लोकतंत्र की प्रशंसा कर रही है, सदन के नेता ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है। उन्होंने कहा, ‘‘उनके गलत आरोपों के लिए विपक्षी दल और उसके नेता को सदन में आना चाहिए और देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।
इस सदन से माफी मांगनी चाहिए, आसन से माफी मांगनी चाहिए। और उन्हें समझना होगा कि लोकतंत्र क्या होता है।'' उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र तब खतरे में था जब आपातकाल थोपा गया था और मीडिया की आवाज दबा दी गई थी। उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र उस समय खतरे में था जब मंत्रिमंडल से पारित विधेयक की प्रति मीडिया के समक्ष फाड़कर फेंकी गई थी। गोयल ने कहा, ‘‘लोकतंत्र खतरे में तब था जब प्रधानमंत्री को यह कहने के लिए मजबूर किया जाता है कि मैं भ्रष्टाचार नहीं रोक सकता क्योंकि यह गठबंधन सरकार है।''
खरगे ने जताई आपत्ति
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने इस बात पर आपत्ति जताई और कहा कि जो नेता राज्यसभा के सदस्य नहीं हैं, उनके बारे में नेता सदन ने यहां टीका-टिप्पणी की और उन्हें सदन में बुलाने की बात कर रहे हैं। राहुल गांधी लोकसभा में केरल के वायनाड़ संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। गोयल की टिप्पणियों की निंदा करते हुए खरगे ने कहा कि यहां जो चल रहा है, उस विषय के बारे में सारी दुनिया जानती है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर हमने कहा कि लोकतंत्र सही तरीके से नहीं चल रहा है... संविधान के अनुसार लोकतंत्र नहीं चल रहा है, लोकतांत्रिक वसूलों के तहत नहीं चल रहा है।''