Air Show: वायु सेना का Air Show देखना पांच परिवार के लिए बना काल...एक साथ जली चिताएं
punjabkesari.in Monday, Oct 07, 2024 - 05:29 PM (IST)
नेशनल डेस्क: चेन्नई के मरीना बीच पर रविवार को भारतीय वायु सेना के 92वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान देश की हवाई क्षमता को करीब से देखने का उत्साह पांच परिवारों के लिए दुखद साबित हुआ। उन्हें इस बात का जरा भी अहसास नहीं था कि रेतीले समुद्र तट से कुछ दूरी तक पैदल चलकर सड़क पर खड़े अपने दोपहिया वाहनों तक पहुंचने की कोशिश उनकी जिंदगी ले लेगा। दरअसल, मरीना तट पर रविवार को आयोजित ‘एयर शो' आकर्षण का केंद्र था लेकिन इसे देखने के लिए एकत्र हुए हजारों लोगों को कार्यक्रम के बाद घर लौटने में परेशानियों का सामना करना पड़ा।
#WATCH | Chennai, Tamil Nadu | A woman seen being evacuated from a huge rush at the Mega Air Show on Marina Beach ahead of the 92nd Indian Air Force Day.
— ANI (@ANI) October 6, 2024
There are reports of attendees fainting, rushed to the hospital due to heavy crowd presence and heat. pic.twitter.com/SgNEhuTnUH
पुलिस ने बताया कि इस दौरान पांच लोग बीमार हो गये और उनकी मौत हो गई। यहां के थिरुवोत्तियूर निवासी 34 वर्षीय कार्तिकेयन की पत्नी ने कहा, “मेरे पति ने मुझे हमारे ढाई साल के बच्चे के साथ समुद्र तट के प्रवेश द्वार पर प्रतीक्षा करने के लिए कहा, जहां हम लगभग डेढ़ घंटे तक रुके और एयर शो देखा।” समुद्र तट पर भारी भीड़ को देखकर, परिवार ने आयोजन स्थल के नजदीक न जाने का निर्णय लिया तथा दूर से ही वायुसेना के हवाई करतबों को देखा। महिला के मुताबिक,“ दोपहर डेढ़ बजे उनके पति ने कहा कि वह दस मिनट में अपनी बाइक लेकर हमें लेने आ जाएंगे। लेकिन दो घंटे बाद भी वह नहीं लौटे और उनके मोबाइल फोन पर लगातार घंटी बजती रही।”
महिला ने बताया कि दोपहर 3.30 बजे किसी ने फोन करके बताया कि उनके पति को उल्टी हो गई है और वह अपनी बाइक के पास लेटे हुए हैं। एक पुलिसकर्मी की मदद से वह नेपियर ब्रिज तक गईं, तो देखा कि उनके पति बेसुध पड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि उनके पति को एम्बुलेंस से सरकारी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
उन्होंने दावा किया कि अगर नेपियर पुल के पास कोई पुलिसकर्मी होता तो उनके पति को बचाया जा सकता था। महिला ने कहा, “पास ही सड़क पर एम्बुलेंस खड़ी थीं, लेकिन अजीब बात यह थी कि किसी भी मेडिकल कर्मी या राहगीर ने मेरे पति को बेहोश पड़े नहीं देखा।” कुरुक्कुपेट के 56 वर्षीय जॉन का मामला भी कुछ ऐसा ही था। दो घंटे तक चले कार्यक्रम के दौरान तेज़ गर्मी के कारण वह अपनी बाइक की ओर जाते समय बेहोश हो गए। उनकी पत्नी ने कहा, “मैंने उन्हें होश में लाने की कोशिश की... हमें तुरंत एम्बुलेंस मिलने में दिक्कत हुई। लेकिन जब उन्हें ओमनदुरार सरकारी अस्पताल ले जाया गया, वहां के डॉक्टरों ने बताया कि उनकी मृत्यु हो चुकी है।” पुलिस ने अन्य मृतकों की पहचान पेरुंगलाथुर के श्रीनिवासन, कुरनूल के दिनेश कुमार और मराक्कनम के मणि के रूप में की है।