पंजाब और राजस्थान में तनाव के बीच कट रही लोगों की रातें

punjabkesari.in Friday, May 09, 2025 - 05:34 PM (IST)

नेशनल डेस्क. भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण सीमावर्ती जिलों में एक अजीब सी खामोशी और डर का माहौल बन गया है। शुक्रवार की सुबह भी इन जिलों में जनजीवन सामान्य था, लेकिन लोग अभी भी चिंतित थे। पाकिस्तान और भारत के बीच युद्ध की आशंका के बीच ये इलाके काफी तनावपूर्ण स्थिति में थे। बीती रात इन जिलों में बिजली कट गई थी, तेज धमाकों की आवाजें सुनाई दे रही थीं और लोग डरे हुए थे क्योंकि उनके घर सीमा के पास थे। हालांकि, किसी भी अप्रिय घटना के बिना रात बीत गई और शुक्रवार की सुबह शांति बनी रही।

पाकिस्तान के साथ पंजाब की सीमा 532 किलोमीटर लंबी है, जबकि राजस्थान की सीमा 1,070 किलोमीटर लंबी है। गुरुवार को अधिकारियों ने पंजाब के कई सीमावर्ती जिलों जैसे अमृतसर, पठानकोट, फिरोजपुर और गुरदासपुर में पूरी तरह से ब्लैकआउट कर दिया था, जिसके कारण लोगों ने पूरी रात चिंता में बिताई। पठानकोट में कुछ स्थानीय लोगों ने विस्फोट जैसी आवाजें सुनीं, लेकिन शुक्रवार सुबह स्थिति शांत रही।

फिरोजपुर और अमृतसर में भी शुक्रवार सुबह शांति बनी रही, हालांकि कुछ निवासियों ने अफवाहों से डर व्यक्त किया। बठिंडा के एक निवासी ने बताया कि रात के दौरान गोलीबारी की आवाजें आईं, लेकिन सुबह सब कुछ शांत था। इस बीच मोहाली और रूपनगर में शांति के लिए विशेष प्रार्थनाएं की गईं। चंडीगढ़ में एक बुजुर्ग ने कहा कि रात के कुछ पल चिंताजनक थे, लेकिन भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के हमलों को विफल करने के बाद अब उन्हें चिंता नहीं है।

केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि वायु सेना से हवाई चेतावनी मिली थी और सायरन बजाए जा रहे थे। लोगों से घरों में रहने और बालकनी में न जाने की अपील की गई थी। एक घंटे बाद यह चेतावनी खत्म हो गई। पंचकूला और अंबाला में भी इसी तरह के सायरन की आवाज सुनाई दी और लोगों से घरों में रहने की अपील की गई।

राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में भी लोग डर और अनिश्चितता के साथ रात बिता रहे थे। जैसलमेर के एक निवासी ने बताया कि ब्लैकआउट के दौरान उन्होंने तेज आवाजें सुनीं, लेकिन बाद में पता चला कि यह पाकिस्तान का हमला था, जिसे भारतीय सेना ने विफल कर दिया। जैसलमेर में शुक्रवार सुबह एक बम जैसी वस्तु मिली, जिस पर त्वरित कार्रवाई की गई और सेना के विशेषज्ञों ने उसे निष्क्रिय करने के लिए कदम उठाए।

हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में भी जिला प्रशासन ने नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए एक परामर्श जारी किया। इस परामर्श में निवासियों से अपील की गई कि वे संभावित हवाई हमले की स्थिति में अपने क्षेत्रों में पूर्ण ब्लैकआउट सुनिश्चित करें।


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Content Editor

Parminder Kaur

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