बेहद सुरक्षित मेट्रो में भी लोग सुरक्षित नहीं

punjabkesari.in Monday, Aug 05, 2019 - 04:35 AM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली की लाइफ लाइन कही जाने वाली मेट्रो भले ही लोगों को राहत का सफर देती हो, लेकिन दिल्ली की महिलाएं मेट्रो जैसी आधुनिक और सुरक्षित जगह पर भी सुरक्षित नहीं हैं। इतनी सुरक्षा होने के बाद भी 15 महीने के अंदर कई महिलाएं छेडख़ानी की शिकार हुईं, बल्कि एक महिला तो दुष्कर्म का भी शिकार हुई। यहीं नहीं अपहरण और लूटपाट जैसे जघन्य मामले में भी मेट्रो के अंदर सामने आए हैं। जेबतराशी और चोरी जैसी घटनाएं तो वहां के लिए आम बात है। सबसे बड़ी बात यह है कि मेट्रो प्रशासन चोरी व जेबतराशी जैसे मामलों को सुलझाने में बहुत अधिक सफल नहीं हो पा रहा है। 

आंकड़े बताते हैं कि 15 महीने के अंदर मेट्रो में 37 महिलाओं से छेडख़ानी की गई, जबकि एक महिला के साथ दुष्कर्म की वारदात हो चुकी है। अपहरण के 3 और लूटपाट के 2 मामले दर्ज हो चुके हैं। अवैध रूप से हथियार ले जाने के भी करीब 32 मामले दर्ज हो चुके हैं। इस बात का खुलासा सोशल एक्टिविस्ट जीशान हैदर द्वारा आरटीआई से हुआ है। आरटीआई का जवाब उपायुक्त पुलिस मेट्रो व जनसूचना अधिकारी मोहम्मद अली ने दिया। 

9 महिलाएं और 324 पुरुषों को मेट्रो ने पकड़ा: आंकड़ों के मुताबिक पिछले 15 महीने के अंदर चोरी व जेबतराशी के मामले में नौ महिलाओं को पकड़ा जा चुका है। इसमें एक महिला को जेल भी भेजा जा चुका है। वहीं 324 पुरुष भी इस मामले में पकड़े गए और 286 लोगों को जेल भेजा गया। इसके अलावा 20 बच्चों को भी पकड़ा गया है। 


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Pardeep

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