''लॉलीपॉप'' टिप्पणी पर पवार ने कहा, प्रधानमंत्री को ऐसी भाषा का नहीं करना चाहिए प्रयोग

punjabkesari.in Sunday, Dec 30, 2018 - 08:00 PM (IST)

नेशनल डेस्कः राकांपा प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘‘लॉलीपॉप’’ वाली टिप्पणी के लिये उनकी आलोचना की। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस शासित राज्यों में किसानों की कर्जमाफी की घोषणा को ‘‘लॉलीपॉप’’ बताया था। मध्य महाराष्ट्र में यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा, ‘‘इस तरह की भाषा देश के प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देती। वास्तवम में केंद्र को उन राज्यों को आर्थिक मदद देनी चाहिए जो किसानों का कर्ज माफ कर रहे हैं।’’

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख ने कहा, ‘‘ऐसा करने के बजाए वह किसानों को राहत पहुंचाने के प्रयासों का मजाक उड़ा रहे हैं।’’ उत्तर प्रदेश में शनिवार को एक कार्यक्रम में मोदी ने कांग्रेस पर कर्जमाफी के जरिये किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाया और कहा कि राज्यों में उनकी (कांग्रेस की) सरकारों ने चुनाव से पहले किये गये वादे को पूरा करने के बजाय ‘‘लॉलीपॉप’’ थमाया।

प्रधानमंत्री ने दावा किया, ‘‘लॉलीपॉप बांटे गये। (कांग्रेस-जदएस सरकार के कर्नाटक में सत्ता में आने के बाद) सिर्फ 800 किसानों का कर्ज माफ हुआ।’’ प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों के बाद कांग्रेस सरकारों द्वारा कर्जमाफी की घोषणा के बाद आयी।

भगवाधारियों को मिलता है सम्मान, विज्ञान की अनदेखी
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि भगवा वस्त्र धारण करने वाले लोगों को देश में बहुत सम्मान दिया जाता है, जबकि विज्ञान की अनदेखी की जाती है। कृषि क्षेत्र में विज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल देते हुए पवार ने कहा कि जिन किसानों ने आत्महत्या की है, उनके बच्चों को अध्ययन करने और अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।

शरद पवार ने युवाओं के मन में विज्ञान की समझ और जानकारी विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया। बिना किसी का नाम लिए उन्होंने कहा कि भगवा वस्त्र पहनने वालों को इस देश मे उच्च सम्मान दिया जाता है, जबकि विज्ञान की अनदेखी की जा रही है। वह शनिवार को नवी मुंबई के वाशी में रयत शिक्षण संस्था द्वारा संचालित कर्मवीर भाऊराव पाटिल कॉलेज में एक विज्ञान प्रदर्शनी का उद्धाटन करने के बाद बोल रहे थे। पवार ने कहा कि इंदिरा गांधी, टी सुब्रमण्यम और जगजीवन राम जैसे नेताओं ने विज्ञान का सहारा लेकर देश में हरित क्रांति की नींव रखी थी।
 


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Yaspal

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