''तू आतंकवादी है क्या? कहां से आया है? बम ब्लास्ट करने तो...'', स्वंयभू जगतगुरु परमहंस दास ने मुस्लिम बुजुर्ग से पूछे आपत्तिजनक सवाल
punjabkesari.in Monday, Jul 21, 2025 - 12:48 PM (IST)

नेशनल डेस्क : यूपी के अयोध्या से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में स्वंयभू जगतगुरु परमहंस दास एक बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति से आपत्तिजनक सवाल पूछते और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं। इस घटना को लेकर अब सांप्रदायिक तनाव भड़काने की आशंका जताई जा रही है।
क्या है पूरा मामला?
वीडियो में दिख रहा है कि परमहंस दास, जो साधु के रूप में जाने जाते हैं, सीतापुर निवासी मोहम्मद हनीफ नाम के बुजुर्ग से बातचीत कर रहे हैं। हनीफ घर-घर जाकर चादरें बेचने का काम करते हैं। परमहंस दास ने उन्हें रोका और उनकी पहचान पत्र यानी आधार कार्ड मांगा।
'तू आतंकवादी है क्या?' – परमहंस दास के सवाल
वीडियो में परमहंस दास हनीफ से बेहद अपमानजनक और तू-तड़ाक की भाषा में सवाल पूछते हैं। उन्होंने हनीफ से कहा – 'तू आतंकवादी है क्या? कहां से आया है? बम ब्लास्ट करने तो नहीं आया? रेकी करने आया है क्या?' इसके बाद उन्होंने बुजुर्ग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ये व्यक्ति अयोध्या के लिए खतरा हो सकता है और किसी भी वक्त बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है।
जिस प्रदेश के मुख्यमंत्री की भाषा ही असंवैधानिक हो, वहाँ धर्म का चोला ओढ़े ठेकेदारों से इससे ज़्यादा क्या उम्मीद की जा सकती है?
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) July 20, 2025
अयोध्या का पाखंडी परमहंस दास, सीतापुर के एक मेहनतकश बुज़ुर्ग — मोहम्मद हनीफ जी, जो चादरें बेचकर अपने परिवार का पेट पालते हैं — को सिर्फ़ मुस्लिम होने… pic.twitter.com/zC6Y2d1uA1
हनीफ ने दी सफाई, फिर भी हुई बेइज्जती
हनीफ बार-बार कहते रहे कि वह सिर्फ चादर बेचने आए हैं, उनका किसी गलत मंशा से कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन परमहंस दास ने उन्हें संदिग्ध बताते हुए साधु-संतों की रेकी करने और बम धमाके की साजिश रचने तक का आरोप लगा दिया।
सोशल मीडिया पर मचा बवाल
इस घटना का वीडियो भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया। उन्होंने इस पर नाराज़गी जताते हुए लिखा कि 'जहां मुख्यमंत्री की भाषा ही असंवैधानिक हो, वहां धर्म का चोला ओढ़े ठेकेदारों से और क्या उम्मीद की जा सकती है? यह कोई साधारण बयान नहीं, बल्कि सीधी सांप्रदायिक हिंसा है।' चंद्रशेखर आज़ाद ने आगे कहा कि जब सोच इतनी जहरीली हो तो ऐसे लोग धर्म और नैतिकता की बात क्या करेंगे? उनके अनुसार, धर्म का चोला ओढ़कर नफरत फैलाने वाले समाज और देश के लिए खतरा हैं।
क्या हो सकता है आगे?
वीडियो सामने आने के बाद लोगों में गुस्सा है और सोशल मीडिया पर लगातार प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। फिलहाल प्रशासनिक स्तर पर कोई बड़ा कदम उठाए जाने की जानकारी नहीं है, लेकिन यह मामला तेजी से तूल पकड़ रहा है और कानून-व्यवस्था को चुनौती देने जैसा माना जा रहा है।