14 साल की बांग्लादेशी लड़की को हार्मोनल इंजेक्शन देकर 200 लोगों ने किया यौन शोषण... डरा देने वाली आपबीती

punjabkesari.in Tuesday, Aug 12, 2025 - 10:40 AM (IST)

नेशनल डेस्क:  महाराष्ट्र के पालघर जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक 14 वर्षीय लड़की को मानव तस्करी के भयानक जाल से मुक्त कराया गया है। यह बच्ची अपने जीवन के सबसे काले दिनों से गुजर रही थी, जब उसे एक बड़े सेक्स रैकेट में फंसाया गया था। लड़की ने पुलिस और बचाव दल को बताया कि वह बांग्लादेश की रहने वाली है और स्कूल में एक विषय में फेल होने के बाद घर छोड़कर भाग गई थी। भागते-भागते वह अवैध तरीके से भारत में आई और यहीं पर उसे मानव तस्करी के गिरोह ने पकड़ लिया। तीन महीनों के भीतर लगभग 200 लोगों ने उसका यौन शोषण किया, और उसे अपने कब्जे में रखने के लिए उसे जलाने जैसे दर्दनाक अत्याचार भी सहने पड़े।

पुलिस ने 26 जुलाई को वसई के नायगांव में छापा मारकर इस गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की, जिसमें अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें कई बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल हैं। पीड़ित को गुजरात के नडियाद में भी भेजा गया था, जहां उसके साथ अमानवीय व्यवहार हुआ। 

एक किशोर निरोध केंद्र में दिए बयान में लड़की ने बताया कि उसे सबसे पहले गुजरात के नडियाद ले जाया गया था, जहां उसे दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा। हारमनी फाउंडेशन के अध्यक्ष अब्राहम मथाई ने बताया  कि लड़की वह एक परिचित महिला के साथ अवैध रूप से भारत में दाखिल हुई, जिसने बाद में उसे देह व्यापार में धकेल दिया। पुलिस अधिकारियों ने यह भी बताया कि लड़की को भागने से रोकने के लिए  हार्मोनल इंजेक्शन दिए गए थे, ताकि उसमें समय से पहले यौवन प्रेरित हो सके। एक अधिकारी ने बताया कि तस्करों और दलालों ने उसे काबू में करने के लिए गरम चम्मच से दागा था।
  
नाबालिग लड़कियों को देह व्‍यापार में धकेलने के लिए दिए जा रहे इंजेक्‍शन
मानवाधिकार कार्यकर्ता मधु शंकर ने बताया कि ऐसे कई मामले सामने आते हैं जहां लड़कियों को बचपन में ही अगवा कर लिया जाता है और फिर इंजेक्शन देकर उन्हें नाबालिग के रूप में देह व्यापार में धकेल दिया जाता है। पुलिस का मानना है कि यह रैकेट कहीं ज़्यादा व्यापक हो सकता है।

मुख्य आरोपी मोहम्मद खालिद अब्दुल बापरी के नेतृत्व में यह गिरोह महाराष्ट्र के साथ-साथ गुजरात और कर्नाटक में भी सक्रिय था। पुलिस और मानवाधिकार संगठनों ने मिलकर इस केस की जांच तेज़ कर दी है और अन्य दोषियों को पकड़ने के लिए देशभर में टीमों को रवाना किया है। जुबेर हारून शेख (38) और शमीम गफ़र सरदार (39) को भी एजेंट बताया जा रहा है।  यह मामला मानव तस्करी और नाबालिगों के यौन शोषण के खिलाफ समाज और प्रशासन के समक्ष एक कड़ा संदेश है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त और तत्पर कार्रवाई आवश्यक है।


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Content Writer

Anu Malhotra

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