चीन ने अपने नागरिकों की मौत को लेकर फिर पाकिस्तान सरकार को दी कड़ी चेतावनी
punjabkesari.in Thursday, Oct 31, 2024 - 03:07 PM (IST)
Islamabad: पाकिस्तान में आतंकी हमलों में चीनी नागरिकों की मौत को लेकर बीजिंग ने एक बार फिर शहबाज सरकार को कड़ी चेतावनी दी है। इस्लामाबाद में चीनी राजदूत जियांग ज़ैडोंग ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बिना सुरक्षित माहौल के पाकिस्तान सरकार कुछ भी हासिल नहीं कर पाएगी। उन्होंने指出 किया कि केवल पिछले छह महीने में दो बार चीनी नागरिकों को निशाना बनाया गया, और यह स्थिति किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चीन ने पाकिस्तान से वादा लिया था कि वह देश में आतंकी हमलों को रोकने और चीनी नागरिकों को सुरक्षा देने के लिए कदम उठाएगा।
इस संबंध में बीजिंग ने पाकिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है, विशेषकर उन समूहों के खिलाफ जो चीन के खिलाफ काम कर रहे हैं। जियांग ज़ैडोंग ने 'चीन एट 75' शीर्षक वाले सेमिनार में कहा कि सुरक्षा चूक चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) परियोजना के लिए सबसे बड़ी बाधा बन गई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि "सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण के बिना कुछ भी हासिल नहीं किया जा सकता।" याद रहे कि इस साल मार्च में बलूचिस्तान प्रांत के ग्वादर के पास हुए हमले में दो चीनी नागरिकों की हत्या कर दी गई थी, जिसकी जिम्मेदारी अलगाववादी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली थी।
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पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री इशाक डार ने कहा कि सरकार देश में रहने वाले चीनी नागरिकों के जीवन और संपत्तियों की सुरक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने इस बात को भी रेखांकित किया कि अधिकारियों ने हाल ही में चीन के श्रमिकों पर हुए हमलों में शामिल अधिकतर हमलावरों को कैसे गिरफ्तार किया। डार ने यह टिप्पणी मंगलवार को ‘पाकिस्तान-चीन संस्थान' द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में की। इस सम्मेलन का शीर्षक ‘चाइना एट 75: ए जर्नी ऑफ प्रोग्रेस, ट्रांसफॉर्मेशन एंड ग्लोबल लीडरशीप' था। ‘डॉन समाचार पत्र' की खबर के मुताबिक, विदेश मंत्री डार ने बिना कोई विवरण दिए अधिकारियों द्वारा हाल की घटनाओं में शामिल कई संदिग्धों के पकड़े जाने की पुष्टि की। उन्होंने बताया, “अधिकतर हमलावरों को पकड़ लिया गया है।”
डार ने कहा, “हम पाकिस्तान में चीनी लोगों के मान-माल की रक्षा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। इन संदिग्धों को उचित प्रक्रिया के बाद न्याय का सामना करना पड़ेगा और अगले महीने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की चीन यात्रा के दौरान राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ आगे की जानकारी साझा की जाएगी।” कराची के हवाई अड्डे के पास इस महीने की शुरुआत में एक आत्मघाती हमला हुआ था, जिसकी जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने ली थी। इस हमले में दो चीनी नागरिक मारे गए थे और 10 अन्य घायल हो गए थे।
चीनी राजदूत जियांग जैदोंग ने सम्मेलन में इन हमलों को लेकर बीजिंग द्वारा चिंता जाहिर किये जाने की बात कही थी और चीनी नागरिकों व निवेश की सुरक्षा के लिए कार्रवाई का आग्रह किया। जियांग ने कहा, “चीनी नागरिकों की सुरक्षा राष्ट्रपति शी के लिए सर्वोपरि है।” उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति शी ने कई मौकों पर पाकिस्तानी नेताओं के साथ अपनी बैठकों में इस पर जोर दिया है। पाकिस्तान में 60 अरब अमेरिकी डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के तत्वावधान में हजारों चीनी कर्मचारी देश में कई परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं।