गुरु नानक प्रकाश पर्व पर पाकिस्तान पहुंचेंगे हजारों सिख श्रद्धालू, ननकाना साहिब में तैयारियां तेज़
punjabkesari.in Tuesday, Oct 07, 2025 - 07:44 PM (IST)

International Desk: पाकिस्तान ने अगले महीने गुरु नानक देव का 556वां प्रकाश पर्व मनाने के लिए आने वाले सिख तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के वास्ते पुख्ता इंतजाम किए हैं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पाकिस्तान के पंजाब सूबे की सरकार के गृहविभाग में मंगलवार को गुरु नानक के प्रकाश पर्व की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक हुई। बैठक में पंजाब के प्रथम सिख मंत्री और पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष सरदार रमेश सिंह अरोड़ा, इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ETPB) के अध्यक्ष साजिद महमूद चौहान, पंजाब के गृह विभाग के सचिव अहमद जावेद काजी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।
ETPB के प्रवक्ता गुलाम मोहिउद्दीन ने बैठक के बाद बताया, ‘‘बैठक में बताया गया कि यात्रियों के लिए पूर्ण सुरक्षा, चिकित्सा सुविधाएं, परिवहन और गुणवत्तापूर्ण आवास सुनिश्चित किए जाएंगे। गुरुद्वारा जन्म स्थान, ननकाना साहिब और अन्य सभी गुरुद्वारों में गैस और बिजली की निरंतर आपूर्ति भी सुनिश्चित की जाएगी।'' सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक का प्रकाश पर्व समारोह 4 से 14 नवंबर तक मनाया जाएगा। मुख्य समारोह पांच नवंबर को लाहौर से 80 किलोमीटर दूर ननकाना साहिब में गुरुद्वारा जन्म स्थान में आयोजित किया जाएगा। बैठक में बताया गया कि, ‘‘इस धार्मिक उत्सव में द्विपक्षीय समझौते के तहत भारत से 3,000 सहित दुनिया भर से हजारों सिख तीर्थयात्री हिस्सा लेंगे।''
हालांकि, अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और मई में भारत तथा पाकिस्तान में सशस्त्र संघर्ष के बाद से यात्रा प्रतिबंधों के कारण कोई भी भारतीय तीर्थयात्री पाकिस्तान नहीं गया है। अरोड़ा ने संघीय जांच एजेंसी को आव्रजन प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए वाघा सीमा पर अतिरिक्त काउंटर स्थापित करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारों के आसपास सिख धर्म में निषिद्ध वस्तुओं की बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा। ईटीपीबी प्रमुख साजिद महमूद चौहान ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के बीच मौजूदा तनाव के बावजूद, बोर्ड सिख मेहमानों के प्रति सम्मान, प्रेम और आतिथ्य प्रदर्शित करेगा। उन्होंने यह भी प्रस्ताव रखा कि पाकिस्तानी सिख डॉक्टर उत्सव के दौरान तीर्थयात्रियों को चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए स्वेच्छा से अपनी सेवाएं दें।