मुनीर की धमकी-अफगानों पर ‘दया’ करके गलती की, पाक के खिलाफ भारत-तालिबान साजिश का लेंगे बदला
punjabkesari.in Sunday, Aug 17, 2025 - 06:23 PM (IST)

International Desk: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रिश्ते एक बार फिर तनाव की चरम सीमा पर पहुँच गए हैं। पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने अफगान तालिबान को खुली धमकी देते हुए कहा कि “हमने अफगानों पर सालों तक उपकार किए, लेकिन बदले में वे भारत के साथ मिलकर पाकिस्तान के खिलाफ साजिश कर रहे हैं।”
इस्लामाबाद स्थित अखबार डेली जंग में वरिष्ठ स्तंभकार सुहैल वराइच ने अपने लेख में खुलासा किया है कि हाल ही में ब्रसेल्स में हुई बातचीत में असीम मुनीर ने अफगान तालिबान और भारत दोनों पर गंभीर आरोप लगाए। मुनीर ने दावा किया कि भारत प्रॉक्सी युद्ध के जरिए पाकिस्तान को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि “अगर अफगान तालिबान ने पाकिस्तान में आतंकियों को घुसाना बंद नहीं किया तो हर पाकिस्तानी के खून का बदला लेना हमारा कर्तव्य होगा।”
मुनीर ने बातचीत में अमेरिका और चीन को लेकर भी अपनी रणनीति साफ की। उन्होंने कहा कि ट्रंप के पाकिस्तान को लेकर इरादों पर उन्हें भरोसा है। चीन को “मजबूत दोस्त” बताते हुए कहा कि पाकिस्तान दोनों महाशक्तियों के बीच संतुलन बनाए रखेगा और “एक दोस्त के लिए दूसरे को कभी बलिदान नहीं देगा।”
पिछले महीने सोशल मीडिया पर यह चर्चा तेज थी कि पाकिस्तान में मौजूदा संसदीय प्रणाली को राष्ट्रपति प्रणाली में बदला जा सकता है और राष्ट्रपति जरदारी पद छोड़ सकते हैं। मुनीर ने इसे पूरी तरह झूठ करार देते हुए कहा कि इसके पीछे ऐसे तत्व हैं जो सरकार और सेना दोनों का विरोध करते हैं और पाकिस्तान को अस्थिर करना चाहते हैं। अफगानिस्तान पर मुनीर की धमकी के बीच एक और बड़ा खुलासा हुआ है। अमेरिका के पूर्व विशेष दूत जल्मे खलीलजाद ने बताया कि पाकिस्तान 25-26 अगस्त को तालिबान विरोधी अफगान नेताओं और निर्वासितों की बैठक आयोजित करने जा रहा है।
खलीलजाद ने चेतावनी दी कि इसमें कुछ प्रतिभागी ऐसे भी हैं जो *तालिबान सरकार को हिंसक तरीके से गिराने की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का यह कदम “उकसावे वाला, गैरजिम्मेदार और अपरिपक्व” है और इससे काबुल-इस्लामाबाद संबंध और बिगड़ सकते हैं।पाकिस्तान और अफगान तालिबान के रिश्ते लंबे समय से अविश्वास और संघर्ष से भरे रहे हैं। असीम मुनीर की यह धमकी और तालिबान विरोधियों को पाकिस्तान बुलाने की योजना दोनों देशों के बीच तनाव को खतरनाक मोड़ पर पहुँचा सकती है।