''सिंधु जल समझौते को खत्म करके जनता को मूर्ख नहीं बना सकते...'', भड़के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद, देखें Video

punjabkesari.in Saturday, Apr 26, 2025 - 03:36 PM (IST)

नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए। इस दर्दनाक घटना पर ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह हमला इस बात का प्रमाण है कि आतंकवाद का भी एक धर्म होता है। ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने सिंधु जल समझौते को लेकर भी बड़ा बयान दिया है। स्वामी जी ने सरकार पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि सिर्फ सिंधु जल समझौते को खत्म करने की बात कहकर जनता को मूर्ख नहीं बनाया जा सकता। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक जमीन पर ठोस कार्रवाई नहीं होगी, तब तक केवल घोषणाओं से देशवासियों को गुमराह करना संभव नहीं है। शंकराचार्य ने साफ कहा कि देश की जनता अब सच और दिखावे में फर्क करना जानती है।
 


हिंदुओं को बताया चुनौती

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि यह हमला सिर्फ कुछ लोगों पर नहीं बल्कि पूरे देश पर हमला है। उन्होंने कहा, "यह हम सभी हिंदुओं के लिए एक बड़ी चुनौती है। हमें अपने पूर्वजों की तरह पराक्रम दिखाने के लिए तैयार रहना चाहिए। अब समय आ गया है कि हम चेतें और एकजुट हों।"

आतंकवाद के धर्म पर उठाए सवाल

स्वामी जी ने कहा, "देश के नेता बार-बार कहते हैं कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। लेकिन इस हमले ने इस कथन को झूठा साबित कर दिया है। आतंकियों ने धर्म पूछ-पूछ कर लोगों को मारा। यह सबूत है कि आतंकवाद का भी एक धर्म होता है।" उन्होंने साफ कहा कि अब इस सच्चाई से मुंह नहीं मोड़ा जा सकता।

सरकार पर साधा निशाना

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सरकार पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जिन नेताओं ने दावा किया था कि कश्मीर अब पूरी तरह सुरक्षित है, उन्हें अपने बयानों पर पुनर्विचार करना चाहिए। उन्होंने पूछा कि अगर सब कुछ सुरक्षित था तो फिर पहलगाम में इतनी बड़ी घटना कैसे हो गई? यह सरकार की विफलता है कि लोगों ने भरोसा कर वहां की यात्रा की और उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी।

मुरैना में दिया बड़ा बयान

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद मध्य प्रदेश के मुरैना पहुंचे थे, जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं और गौसेवकों ने उनका स्वागत किया। इसी दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में पहलगाम हमले पर तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने भीतर छिपे दुश्मनों को तलाशना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया, "आखिर आतंकवादी देश में कैसे घुस आए, 40 मिनट तक नरसंहार करते रहे और फिर आसानी से वापस चले गए?" स्वामी जी ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर आतंकवादी इतने लंबे समय तक खुलेआम हमला कर सकते हैं और फिर फरार हो सकते हैं तो यह सुरक्षा तंत्र की बहुत बड़ी चूक है। उन्होंने कहा कि जब हमले के तुरंत बाद आतंकियों के नाम और तस्वीरें सामने आ जाती हैं तो क्या यह जानकारी पहले नहीं जुटाई जा सकती थी?

धीरेन्द्र शास्त्री को लेकर भी टिप्पणी

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उर्फ बागेश्वर धाम सरकार पर पूछे गए सवाल पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा, "हम भी उम्मीद करते हैं कि महाराज आतंकवादियों के नाम की भी एक पर्ची निकालें ताकि सबको सच्चाई का पता चल सके।" उन्होंने बागेश्वर धाम द्वारा हिंदू गांव बनाने के दावे पर भी सवाल उठाए और कहा कि पहले से हिंदू बहुल गांव को नया हिंदू गांव घोषित करने की आवश्यकता नहीं थी।

पूरे देश में फैला गुस्सा

पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पीएम मोदी ने कहा कि जिन्होंने यह हमला किया है उन्हें मिट्टी में मिला दिया जाएगा। वहीं राजनाथ सिंह ने आतंकियों और उनके समर्थकों को करारा जवाब देने की बात कही है। पूरा देश इस हमले को लेकर गुस्से में है और सरकार से ठोस कार्रवाई की मांग कर रहा है।

 


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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