खुफिया इनपुट से साजिश नाकाम: पहलगाम के हत्यारे आतंकी अमरनाथ यात्रा पर हमले की फिराक में थे
punjabkesari.in Tuesday, Jul 29, 2025 - 04:17 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारतीय सेना ने हाल ही में एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। 'ऑपरेशन महादेव' के तहत सुरक्षाबलों ने पहलगाम में हुए हमले के लिए जिम्मेदार तीनों आतंकवादियों को मार गिराया है। इस ऑपरेशन के बाद कई अहम खुलासे हुए हैं, जिनसे पता चला है कि ये आतंकी अमरनाथ यात्रा पर बड़ा हमला करने की फिराक में थे। सुरक्षा एजेंसियों को पहले से ही इनपुट मिला था कि आतंकवादी गांदरबल के जंगलों में छिपे हुए हैं, जो अमरनाथ यात्रा के मार्ग पर ही पड़ता है।
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आतंकियों का पीछा, फिर सटीक कार्रवाई
सुरक्षा बलों को जानकारी मिली थी कि आतंकी लगातार अपने ठिकाने बदल रहे थे, पर सुरक्षा बल लगातार उन पर नज़र रखे हुए थे। लगातार कोशिश और तलाश के बाद रविवार देर रात सुरक्षा एजेंसियों को टेक्निकल सर्विलांस और ह्यूमन इंटेलिजेंस से सटीक इनपुट मिला कि आतंकी मुलनार गांव के पास महादेव पहाड़ियों में छिपे हैं।
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इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए सोमवार सुबह करीब 10 बजे सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों को महादेव पहाड़ियों में घेर लिया। मुठभेड़ के बाद तीनों आतंकियों को मार गिराया गया। भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद की बरामदगी से यह साफ हो गया है कि ये आतंकी किसी बड़े हमले की योजना बना रहे थे। ऑपरेशन अभी भी जारी है और पूरे इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है ताकि किसी अन्य आतंकी या उनके ठिकाने का पता लगाया जा सके।
अमरनाथ यात्रा मार्ग से दूरी और पिछली घटना
महादेव पहाड़ियों से गांदरबल जिले में 2 से 3 घंटे ट्रैक करके पहुंचा जा सकता है, पर यह इलाका सीधे तौर पर उस मार्ग पर नहीं है जहां से अमरनाथ यात्रा गुजरती है। गांदरबल जिले में जिस स्थान पर महादेव पीक से पहुंचा जा सकता है, वह कंगन उप-मंडल का हेयर गंवान नामक इलाका है, जबकि अमरनाथ यात्रियों द्वारा गांदरबल से सोनमर्ग और फिर बालटाल तक का मार्ग इस्तेमाल किया जाता है।
यह भी बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में कंगन के गणगंगीर में ही 'ज़-मोर्ड टनल' पर आतंकियों ने हमला किया था, जिसमें काम कर रहे 6 प्रवासी मजदूरों और एक स्थानीय डॉक्टर की मौत हो गई थी। इस हमले में शामिल लश्कर के आतंकी जुनैद को भी इन्हीं पहाड़ियों के दामन में स्थित दाचीगाम जंगलों में बीते वर्ष दिसंबर में मार गिराया गया था। भारतीय सेना ने इस बार आतंकवादियों की नापाक योजनाओं को अंजाम देने से पहले ही विफल कर दिया, जिससे पहलगाम में हमला करने वाले आतंकवादियों का खात्मा संभव हो पाया।