Pahalgam Attack: क्यों आतंकियों ने हमले के लिए चुनी पहलगाम की बैसरन घाटी, हुआ बड़ा खुलासा

punjabkesari.in Wednesday, Apr 23, 2025 - 05:37 PM (IST)

नेशनल डेस्क: जिस धरती को जन्नत कहा जाता है, जहां लोग सुकून, शांति और प्राकृतिक खूबसूरती की तलाश में आते हैं—उसी धरती पर मंगलवार को नफरत की गोलियों ने इंसानियत को छलनी कर दिया। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में स्थित बैसरन घाटी, जिसे ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ कहा जाता है, एक खूनी आतंकी हमले की गवाह बन गई।

घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। यहां सैर-सपाटे, पिकनिक और खच्चर की सवारी का आनंद ले रहे पर्यटकों पर आतंकियों ने अचानक गोलियों की बौछार कर दी, जिसमें 26 मासूमों की जान चली गई, जबकि कम से कम 20 लोग घायल हुए हैं। हमले की भयावहता ऐसी थी कि हरे-भरे मैदान पल भर में खून से लाल हो गए।

पर्यटन स्थल को चुना गया आतंक का निशाना

बैसरन घाटी, पहलगाम शहर से महज़ 6 किलोमीटर दूर है, और अपने चीड़ और देवदार के घने जंगलों, ऊंचे पहाड़ों और खुले घास के मैदानों के लिए प्रसिद्ध है। यही वजह है कि यह जगह भारत और विदेश के हजारों पर्यटकों की पसंदीदा रही है। कई बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग भी यहां हो चुकी है।

अधिकारियों का कहना है कि आतंकियों ने योजनाबद्ध तरीके से इस क्षेत्र को इसलिए चुना क्योंकि यहां रोज़ बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं और सुरक्षा व्यवस्था अपेक्षाकृत कमज़ोर होती है। हमले के समय पर्यटक भोजनालयों के पास थे, कुछ खच्चर की सवारी का आनंद ले रहे थे, तो कुछ प्रकृति की गोद में पिकनिक मना रहे थे।

हिमालय की गोद में खूनी खेल

बैसरन घाटी केवल एक सैरगाह नहीं, बल्कि पर्वतारोहण प्रेमियों के लिए तुलियन झील तक जाने वाले ट्रेक का भी मुख्य पड़ाव है। खच्चरों के ज़रिए यहां पहुंचना संभव होता है, और रास्ते भर लिद्दर घाटी व पहलगाम के बेमिसाल दृश्य दिखाई देते हैं। लेकिन इस बार वही खूबसूरती आतंक का अड्डा बन गई।

टूरिज्म को झटका, भय का माहौल

पहलगाम, जो समुद्र तल से करीब 7,200 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, कश्मीर का सबसे शांत और सुरम्य पर्यटन स्थल माना जाता है। इसकी हरी-भरी वादियां, बर्फ से ढकी चोटियां और शांत नदियां देश-विदेश के सैलानियों को आकर्षित करती रही हैं। लेकिन इस हमले से पर्यटन पर बड़ा असर पड़ सकता है।

 


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Content Writer

Anu Malhotra

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