Richest Temple in India: देश के सबसे अमीर इस मंदिर की कमाई जानकर उड़ जाएंगे होश, यहां है करोड़ों का खजाना!
punjabkesari.in Monday, Jun 30, 2025 - 03:54 PM (IST)

नेशनल डेस्क। भारत में आस्था सिर्फ भक्ति ही नहीं बल्कि अर्थव्यवस्था को भी मज़बूत करती है। यहाँ के मंदिरों में भक्त खुले दिल से दान करते हैं और हर साल इन मंदिरों में आने वाला चढ़ावा बढ़ता ही जाता है। लाखों-करोड़ों रुपये के साथ-साथ सोने, चाँदी और हीरे के आभूषण भी दान किए जाते हैं। भारत में ऐसे मंदिरों की कमी नहीं है जिनके पास अथाह दौलत हो। आज हम आपको भारत के सबसे अमीर मंदिर के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं जिसकी संपत्ति का अनुमान लगाना भी मुश्किल है।
भारत का सबसे अमीर मंदिर
भारत के सबसे अमीर मंदिर की बात करें तो उसका नाम है श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर जो केरल के तिरुवनंतपुरम में स्थित है। यह मंदिर न केवल भारत बल्कि दुनिया का सबसे अमीर मंदिर माना जाता है। इसकी कुल अनुमानित संपत्ति ₹1,20,000 करोड़ (1.20 लाख करोड़ रुपये) से भी ज़्यादा है। यहाँ पर हर साल लगभग ₹500 करोड़ का चढ़ावा आता है जिसका मतलब है कि लोग हर साल इतनी बड़ी रकम दान करते हैं।
भगवान विष्णु का वास और गुप्त तहखानों का रहस्य
पद्मनाभस्वामी मंदिर में भगवान विष्णु के अवतार पद्मनाभ स्वामी की पूजा की जाती है। इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत इसके नीचे बने गुप्त तहखाने हैं। जब इन तहखानों को खोला गया था तो उनमें सोना, हीरा, रत्न और कई बहुमूल्य मूर्तियाँ निकली थीं। ऐतिहासिक और आर्थिक दृष्टि से इनकी कीमत इतनी ज़्यादा है कि इसका अंदाज़ा लगाना भी मुश्किल है।
यहाँ का सबसे चर्चित वॉल्ट बी अभी तक खोला नहीं गया है। इसे लेकर तमाम धार्मिक महत्व, मान्यताएँ और रहस्य जुड़े हुए हैं। कई लोगों का मानना है कि इसे खोलना अशुभ हो सकता है। इस मंदिर की यह अथाह संपत्ति इसे न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में अद्वितीय बनाती है। मंदिर ट्रस्ट की कमाई में भगवान पर चढ़ने वाला प्रसाद भक्तों द्वारा दिया गया चढ़ावा और दर्शन के टिकटों की बिक्री शामिल है।
कब और कैसे आया यह मंदिर चर्चा में?
पद्मनाभस्वामी मंदिर तब पूरी दुनिया में चर्चा में आया था जब इसके 6 दरवाजों को खोला गया था। इन दरवाजों के अंदर से बेशुमार मात्रा में सोने-हीरे और चाँदी के बहुमूल्य जेवरात निकले थे जिनकी कीमत लगभग 20 अरब डॉलर (मौजूदा दर पर ₹1.60 लाख करोड़ से ज़्यादा) आंकी गई थी।
वहीं मंदिर के 7वें दरवाजे को खोलने की अनुमति सुप्रीम कोर्ट ने भी नहीं दी थी। अनुमान है कि मंदिर के इस सबसे बड़े और रहस्यमयी दरवाजे में सबसे ज़्यादा खजाना भरा हुआ है। श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर की देखरेख त्रावणकोर राज परिवार द्वारा की जाती है जो सदियों से इस मंदिर की परंपराओं और संपत्ति की सुरक्षा कर रहा है।
यह मंदिर सिर्फ एक पूजा स्थल नहीं बल्कि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आर्थिक शक्ति का भी प्रतीक है।